उदयपुर रविवार को बंषी चा कुटुंब संस्थान की ओर से लाॅक डाउन में उदयपुर में फंसे गरीब, असहाय, दिहाडी मजदूर व प्रतापनगर बाईपास से गुजरने वाले गुजरात, महाराष्ट्र से पलायन कर अपने अपने घरो की ओर जाने वाले राहगिरो को सुबह से लेकर देर रात्रि तक 2400 खाने के पैकेट वितरित किए गए। संस्थापक नाना लाल वया ने बताया कि 1200 पैकेट प्रतापनगर चैराहे पर जो अपने अपने राज्यों से पलायन कर अपने अपने घरो को जा रहे को, अंदरूनी भाग में रह रहे दिहाडी व गरीब लोग जिसमें 75 पैकेट गांधी नगर, 75 पैकेट मीरा नगर भुवाणा, 40 पैकेट सिंधी धर्मषाला,80 पैकेट हाथीपोल, 100 पैकेट रावजी का हाटा, जगदीष चैक, रंग निवास, 70 पैकेट सेवाश्रम चैराहा, बीएन संस्थान के बाहर, 20 पैकेट फतेह मेमोरियल, 80 पैकेट शहर के दिहाडी मजदूरो को, 10 पैकेट राणा प्रताप नगर की मांझी की सराय में रह रहे , 05 पैकेट रेल्वे स्टेषन पर रह रहे बाहर से आये बाबाओं को, 300 पैकेट शहर में बाहर से उदयपुर में पढने आये छात्र छात्राओं व हास्पीट में भी संस्थान द्वारा फोन पर अपने स्तर पर उन तक खाने के पैकेट पहुंचा रहा है। रविवार को भी देर रात तक प्रताप नगर चैराहे पर खाने व पानी की व्यवस्था संस्थान द्वारा की गई।
नानालाल वया ने बताया कि शहर में मास्क की कमी को देखते हुए रविवार को मीना मोगरा, प्रिति जैन ने शहर में 300 हैण्डमेड मास्क का वितरण किया तो वही संस्थान के प्रभुलाल प्रजापत, राकेष कुमार बया, एडवोकेट प्रवीण खण्डेलवाल, एडवोकेट घनष्याम सिंह राठोड, दिनेष, कृष्णकांत कुमावत, सुरेष रावत, नरेष वैष्णव , ललित तलेसरा, नारायण प्रजापत, मुकेष माली, दिनेष जणवा, राजू डांगी, नवीन, सुभाष कोठारी, मनीष बापना, महेन्द्र दोषी, संजय खण्डेलवाल, नवीन गुप्ता, कमल कुमावत, अषोक सिंघवी, सहित कार्यकर्ता दिन रात इस कार्य में अपनी सेवाए दे रहे है।