बुनियादी ढांचे पर खर्च और दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के अच्छे प्रदर्शन के कारण चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) तेजी से बढ़ा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआईं) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने यह बात कही है। उन्होंने साथ ही जोड़ा कि भारत को अभी काफी कुछ करने की जरूरत है और 2025 तक 5,000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य लगभग असंभव है। राजन ने आगे कहा कि भारत की वृद्धि दर मजबूत होने के बावजूद निजी निवेश और निजी खपत में तेजी नहीं आईं है।उन्होंने कहा, तो अगर आप देखें कि हमने इस साल इतना अच्छा प्रदर्शन क्यों किया है, तो हमारे इतना अच्छा प्रदर्शन करने का एक कारण यह भी है कि दुनिया अच्छा कर रही है।