भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआईं) ने शुावार को वृद्धिशील नकद आरक्षित अनुपात (आईं-सीआरआर) को वापस लेने का फैसला किया। इसे 2,000 रपये के नोट चलन से हटाने की घोषणा के बाद अतिरिक्त नकदी में कटौती के लिए लागू किया गया था। आरबीआईं ने एक बयान में आईं-सीआरआर को चरणबद्ध ढंग से वापस लिए जाने की घोषणा करते हुए कहा कि इसकी शुरआत शनिवार से हो जाएगी। रिजर्व बैंक ने 10 अगस्त को बैंकों को जारी निर्देश में कहा था कि 19 मईं और 28 जुलाईं के बीच वे 10 प्रतिशत वृद्धिशील नकद आरक्षित अनुपात (आईं-सीआरआर) को बनाए रखें। इस कदम का मकसद बैंकिंग प्रणाली में 2,000 रपये के नोटों की वापसी समेत विभिन्न कारकों से पैदा हुईं अतिरिक्त नकदी को अवशोषित करना था।