भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के एएन-32 परिवहन विमान के बेड़े को 10 फीसद जैव जेट ईंधन के मिशण्रवाले विमान ईंधन के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। परिवहन विमान बेड़े को शुक्रवार को जैव जेट ईंधन के इस्तेमाल के लिए प्रमाणन मिल गया। अधिकारियों ने बताया कि ‘‘सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्दिनेस एंड सर्टिफिकेशन (सीईएमआईएलएसी) ने रूस में बने विमानों के बेड़े में जैव ईंधन के इस्तेमाल की मंजूरी दी। आईएएफ के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी ने कहा, ‘‘रूस में बने एएन-32 विमान के बेड़े को औपचारिक रूप से 10 फीसद जैव जेट ईंधन के मिशण्रवाले विमान ईंधन के इस्तेमाल की मंजूरी दी गई।’ बनर्जी ने कहा कि आईएएफ ने पिछले एक साल के दौरान हरित विमान ईंधन को लेकर कई आकलन और परीक्षण किए।