विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) को ट्रस्ट के तौर पर सरकार से कर राहत मिलने की उम्मीद समाप्त होने के बाद शुक्रवार को बीएसई का सेंसेक्स 560 अंक लुढ़क गया। एनएसई का निफ्टी भी 11,500 अंक के स्तर से काफी नीचे बंद हुआ।कारोबारियों ने कहा कि कमजोर तिमाही नतीजे, सुस्त पड़ते उपभोग तथा पहले से ऊंचे मूल्यांकन के कारण भी धारणा प्रभावित हुई। दो दिन की गिरावट से बाजार में निवेशकों को 3.79 लाख करोड़ रपए का नुकसान हुआ है। बीएसई-30 कंपनियों वाला सूचकांक सेंसेक्स 560.45 अंक टूटकर 38,337.01 अंक पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान यह 38,271.35 अंक के निचले और 39,058.73 अंक के उच्च स्तर तक गया।इसी तरह एनएसई का निफ्टी 177.65 अंक घटकर 11,419.25 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 11,399.30 अंक के निचले और 11,640.35 अंक के उच्च स्तर के बीच रहा। सेंसेक्स में यह इस साल की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले बजट के बाद आठ जुलाई को सेंसेक्स 792.82 अंक गिरा था।पिछले दो दिन की गिरावट में निवेशकों ने शेयर बाजारों में करीब 3.79 लाख करोड़ रपए गंवा दिए। बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण कम होकर 1.45 लाख करोड़ रपए पर आ गया। सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 399.22 अंक और निफ्टी में 133.25 अंक की गिरावट रही। इस दौरान सबसे ज्यादा गिरावट वाहन कंपनियों के शेयर में देखी गई।