नई दिल्ली । सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने मार्च में समाप्त वित्त वर्ष में 1.2 लाख करोड़ रपए के फंसे कजरें की वसूली की। बैंकों को मुख्य रूप से दिवाला एवं ऋण शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत वसूली से यह सफलता हासिल हुई है।पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में बैंकों ने 60,713 करोड़ रपए के फंसे हुए कर्ज वसूले थे। अधिकारी ने कहा, ‘‘केंद्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के तहत कुछ बड़े मामलों के समाधान नहीं हो पाने के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक 1.80 लाख करोड़ रपए की वसूली का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाए।