मुंबई । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के लिए उपयुक्त कोष निर्धारण के बारे में सिफारिशें देने के लिए गठित बिमल जालान समिति केन्द्रीय बैंक से बफर कोष में ‘‘जरूरत से ज्यादा’ पड़े तीन लाख करोड़ रपए तक के कोष को सरकार को हस्तांतरित करने की सिफारिश कर सकती है। एक विदेशी ब्रोकरेज कंपनी ने अपनी एक रपट में यह अनुमान जताया है। इस तरह की रिपोर्ट हैं कि रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर बिमल जालान की अध्यक्षता में गठित समिति अपनी रिपोर्ट करीब करीब तैयार कर चुकी है और जल्द ही इसे सौंप सकती है।बैंक आफ अमेरिका मेरिल लिंच (बोफा एमल) ने कहा है कि समिति रिजर्व बैंक के पास उपलब्ध जिस कोष के बारे में अपनी सिफारिशें सौंपेगी उसमें आपात आरक्षित कोष में उपलब्ध अतिरिक्त पूंजी और पुनमरूल्यांक जोखिम से निपटने के लिए आरक्षित कोष को भी शामिल किया गया है।