माल एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद देश में, खासकर छोटी और मझोली इकाइयों की ओर से अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर की मांग तेजी से बढ़ी है। इस उद्योग के जुड़े लोगों का कहना है कि अकांउटिंग साफ्टवेयर की मदद से उद्यमों को जीएसटी के अनुपालन में आसानी होती है।एक सव्रे के अनुसार जीएसटी के लागू होने के बाद अकाउंटिंग साफ्टवेयर की मांग लगभग 200 प्रतिशत बढ़ी है। प्रमुख अकाउंटिंग साफ्टवेयर कंपनी बिजी इन्फोटेक के संस्थापक निदेशक राजेश गुप्ता का कहना है, ‘‘अकाउंटिंग साफ्टवेयर कंपनियों की मदद से जीएसटी में भ्रांतियों का वातावरण दूर करने में मदद मिली है और इस नई कर पण्राली की प्रक्रिया को आज सुगम किया जा सका है।
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