उदयपुर : भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय की संघटक इकाई कृषि महाविद्यालय का वार्षिकोत्सव हरित-वसुधा 2024 विश्वविद्यालय के परिसर में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल प्रो. शिवसिंह सांरगदेवोत (कच्छेर), कार्यवाहक अध्यक्ष, विद्याप्रचारिणी सभा, कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र सिंह राठौड़ (आगरिया), मंत्री, विद्याप्रचारिणी सभा, विशिष्ट अतिथि, मोहब्बत सिंह राठौड़ (रुपाखेड़ी), प्रबंध निदेशक, भूपाल नोबल्स संस्थान, शक्ति सिंह कारोही, वित्त मंत्री, नवल सिंह जुड़ तथा राजेंद्र सिंह झाला (ताणा), संयुक्त मंत्री विद्याप्रचारिणी सभा, की गरिमामय उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो सांरगदेवोत ने विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि कृषि भारत के विकास तथा अर्थव्यवस्था में रीड की हड्डी का काम करती है। कृषि विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल है तथा विद्यार्थियों को इसके लिए सतत कठिन परिश्रम करना होगा। कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ.आगरिया ने अपने उद्बोधन में बताया कि वर्तमान समय में, विश्व परिदृश्य बड़ी तेजी से बदल रहा है। कृषि छात्रों को उद्यमिता एवं परिष्करण कर स्वयं के उद्यम से रोजगार सृजित करना चाहिए, ताकि उन्हे सरकारी नौकरियो के पीछे न भागना पडे़, साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उत्पन्न हो सके। कार्यक्रम के प्रारम्भ में बी.एन.कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. दिलीप सिंह ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण तथा मेवाड़ी परम्परा अनुसार पाग पहनाकर स्वागत किया। अपने स्वागत भाषण में डॉ. सिंह ने कृषि महाविद्यालय द्वारा फार्म पर गेहूँ उत्पादन एवं कृषि कार्यानुभव कार्यक्रम के बारे में प्रकाश डाला। सहायक अधिष्ठाता, छात्र कल्याण डॉ. फतह लाल शर्मा द्वारा महाविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
शैक्षणिक गतिविधीयों में सुश्री नन्दिनी डोरा, द्वितीय वर्ष ने तथा वत्सल पालीवाल तृतीय वर्ष ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। कैडेट भव्यप्रताप सिंह राणावत एवं सुश्री निकिता माली ने एनसीसी के विभिन्न शिविरों में उत्कृष्ट प्रर्दशन किया। सुश्री ज्योति चुण्डावत ने आशु भाषण, वाद-विवाद, लघु नाटिका तथा माइम में प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि सुश्री श्रेया भट्ट ने पोस्टर मेकिंग, मेहन्दी व नेल आर्ट में प्रथम स्थान प्राप्त किया। राष्ट्रीय सेवा योजना में राजवर्धन सिंह राठौड व निखिल माली ने बेस्ट एनएसएस वोलिएंटर का पुरुस्कार जीता। प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह रुपाखेडी, वित्त मंत्री शक्ति सिंह कारोही, नवल सिंह जुड़ तथा राजेन्द्रसिंह ताणा ने पुरुस्कार वितरण के पश्चात् छात्रों को बधाई दी तथा कहा कि जिन्होंने पुरुस्कार जीते है वो तथा जो पुरुस्कार नहीं जीत पाये सभी बधाई के पात्र है, क्योकिं जो पुरुस्कार नहीं जीत पाऐ, उन्हें अगले वर्ष अधिक मेहनत के साथ प्रतियोगिता में भाग लेना है। पुरुस्कार वितरण पश्चात् छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिसमें रंगीलो म्हारो ढ़ोलड़ो, गोरबंध, घुमर, महेन्दी राचण...तथा बन्ना रे बागा में झूला गाल्या ...आदि राजस्थानी गीतों ने समा बांधा जिसमें छात्रों ने खुब झमकर डांस किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. रितू मेहता ने सभी अतिथियों कर्मचारियो तथा छात्रों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।