आमसभा आयोजन कर कमजोर की सेवा हेतु प्रस्ताव पारित किया गया। जिसमें एक हजार तक के ऋण बिना ब्याज देने की अनुमति दी गई, जिसका कार्यक्षेत्र भीलवाड़ा जिला करने पर एकमत सहमति के साथ अध्यक्ष पूरणमल बलाई ने सोसायटी के कम्प्यूटीकरण के कारण लागत वृद्धि में लाभांश नहीं देने हेतु निवेदन किया. विभागीय प्रतिनिधि का लगातार आमसभा मंे नहीं आने के कारण सदस्यों ने असंतोष जाहिर किया. प्रशासनिक कार्यालय भीलवाड़ा में खोलने की अनुमति प्रदान की गई. 500 सदस्यों को बढ़ाने का आगामी वर्ष का लक्ष्य निर्धारित किया. छोटी सोसायटियों को वर्ष मंे दो बार अंकेक्षण का आदेश कर लागत बढ़ाने में किये कार्यों की निंदा की, विभाग द्वारा अंकेक्षण विभागीय अंकेक्षकों द्वारा किये जाने के रजिस्ट्रार के आदेश की अवहेलना पर चर्चा की गई.
कोविड-काल में 10000/- तक के ऋण सामान्य ब्याज दर से अधिकतम सदस्यों को उपलब्ध कराने का निश्चय किया. सलाहकार रामकुमार जागेटिया ने संचालन किया।