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जन-जन की यही पुकार" "प्लास्टिक है बेकार"

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31 May 25
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जन-जन की यही पुकार" "प्लास्टिक है बेकार"

5 जून को पर्यावरण दिवस को मद्देनजर रखते हुए आज 31 मई 2025 को वेदांता केयर्न एवं लर्नेट स्किल के तत्वाधान में बाड़मेर स्थित सब्जी मंडी में स्किल प्रोजेक्ट से जुड़े प्रशिक्षणार्थियों एवं पूरी टीम के द्वारा एक जन जागरूकता अभियान चलाया गया। जैसा की इस बार की अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस पर थीम प्लास्टिक मुक्त पृथ्वी को लेकर है। उसी को ध्यान में रखते हुए वेदांता केयर्न के द्वारा कपड़े के बैग बांटे गए, और प्लास्टिक में सब्जी और फ्रूट ले जा रहे आम नागरिकों को जागरूक किया। उनसे प्लास्टिक लेकर एक बोरे में इकट्ठी की गई और उनको कपड़े के बैग दिए। प्रशिक्षणार्थियों द्वारा नागरिकों से बात कर इस मुहिम की प्रतिक्रिया ली गई। लोगों की प्रतिक्रिया बहुत ही सकारात्मक थी। वहां खरीदारी करने आए लोगों ने यह माना कि वास्तव में हमें प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए जब तक हम प्लास्टिक उपयोग करेंगे तब तक फैक्ट्रियां प्लास्टिक ऐसे ही बनती रहेगी। जब हम प्लास्टिक उपयोग ही नहीं करेंगे तो प्लास्टिक बनाने वाली कंपनियां भी एक दिन बंद हो जाएगी। यह एक छोटे स्तर पर चलाई गई मुहिम थी जो सुबह 6:30 से लेकर 8:30 तक करीब 2 घंटे तक पूरी सब्जी मंडी में अलग-अलग ग्रुप बनाकर प्रशिक्षणार्थियों द्वारा लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूक किया गया। केंद्र प्रबंधक करण चौधरी ने बताया कि इस छोटी सी मुहिम से हम यह संदेश देना चाहते हैं कि हम सब अपने घर को प्लास्टिक मुक्त घर बनाएं, तो एक दिन अपने आप पूरा देश प्लास्टिक मुक्त हो जाएगा। कहीं ना कहीं यह शुरुआत हमें अपने घर से करनी होगी। केयर्न वेदांता सीएसआर टीम से मैनेजर संध्या ठाकुर ने बताया कि अब बारिश का मौसम है जिससे बाड़मेर जिले भर में नाले नालियों ब्लॉकेज की स्थिति किसी से छुपी हुई नहीं है। जिसका सबसे बड़ा कारण प्लास्टिक है।अगर हम सब मिलकर यह शपथ लें कि प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं प्रकृति के साथ-साथ हम अपने आसपास के वातावरण को भी शुद्ध रख पाएंगे। इसी के साथ पुरी वेदांता केयर्न और लर्नेट स्किल टीम का यह मानना है कि प्लास्टिक हर तरह से एक अभिशाप है, चाहे वह पशु पक्षियों के लिए हो, हमारी जमीनों की दिनों दिन उर्वरता और उपजाऊपन खत्म होने की कगार पर है, इसका सबसे बड़ा कारण प्लास्टिक प्रदूषण है, चाहे हमारी नदियों की बात करें तो सबसे ज्यादा दूषित है तो वो प्लास्टिक से है। तो हम सब मिलकर आज यह प्रण लेते हैं कि हम हमारे घर से शुरुआत करके प्लास्टिक पैकेट या प्लास्टिक से बनी हुई थैली का प्रयोग नहीं करेंगे। जब भी मार्केट खरीदारी करने जाएंगे तो अपना कपड़े से बना बैग साथ लेकर जाएंगे।


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