बाडमेर। विश्व कल्याण की भावना से ही सभी का विकास संभव है। प्राणी, जीव जन्तु, मानव सभी के कल्याण व दया भाव रखना चाहिए। वात्सल्य में बेटियों को यहीं महसूस होता है कि यह घर उनका है। स्कूल जाना, खेलना कूदना सभी तरह से उनको अपनापन देना यहीं मानवता है।
यह बात साध्वी सत्यसिद्धा ने गुरूवार को वात्सल्य सेवा केन्द्र बाडमेर में शाम को वात्सल्यमूर्ति दीदी मां साध्वी ऋतम्भरा के अवतरण दिवस पर कही। इस मौके पर साध्वी शबला सरस्वती ने श्री नंदी गौशाला में होने जा रही ९ से १५ जनवरी को गौ नंदी कथा के बारे में प्रकाश डाला। साथ ही ८ जनवरी को हायर सैकण्डरी स्कूल से सुबह ११.३० बजे शोभायात्रा में अधिक से अधिक गौभक्तों को आने का आह्वान किया। अवतरण दिवस पर महिलाओं व साधु संतों ने मधुर भजनों की प्रस्तुति दी। इन भजनों पर सभी झूमने पर मजबूर हो गए। इस मौके पर अध्यक्ष ओमप्रकाश मेहता, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता ताराचंद जाटोल, महेश सुथार, किशोर शर्मा, पुरूषोतम गुप्ता, इन्द्रप्रकाश पुरोहित, राजेन्द्र बिंदल, नारायण राठी, रामकुमार जोशी, साध्वी सत्यागिरी आदि मौजूद रहे। अवतरण दिवस पर भोजन प्रसादी की व्यवस्था रही।