बांसवाड़ा / गायत्री मण्डल की ओर से संचालित श्री पीताम्बरा आश्रम में मारुति महामंगल अर्चन अनुष्ठान में भक्तों ने श्रृद्धा और आस्था के साथ हनुमान पूजन-अर्चन किया और हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ एवं विजय मंत्र जप आदि किए। सनातन मंगल की कामना से भगवान श्री हनुमानजी का 108 दीप यज्ञ अनुष्ठान किया गया।
साधक-साधिकाओं द्वारा सहस्रार्चन अनुष्ठान
इस दौरान् पं. आशीष पण्ड्या (पिण्डारमा) के आचार्यत्व में हनुमान सहस्रनामावली और हनुमान मंत्रों से पुष्प एवं अक्षत से हनुमानजी के श्रीविग्रह पर अर्चन अनुष्ठान किया गया। इनमें गायत्री मण्डल के कार्यकारिणी सदस्य पं. चन्द्रेश व्यास, डॉ. नवीन उपाध्याय, प्रतिमा सराफ, मेघा, यश, सौम्या शाह, नमय, ध्याना, नीना गुप्ता, हिरेन उपाध्याय, पुष्पा व्यास, डॉ. मनीषा उपाध्याय ने भाग लिया और मंत्रोच्चारपूर्वक पुष्प एवं अक्षत अर्पित किए।
लालीवाव मठ के पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर श्रीमहंत हरिओमदासजी महाराज ने हनुमान आरती विधान किया और विश्वमंगल की कामना की।
पुष्पान्जलि विधान
महामंगल अर्चन अनुष्ठान के उपरान्त सामूहिक पुष्पान्जलि अनुष्ठान में गायत्री मण्डल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोहर जी. जोशी, एड्वोकेट यशपाल गुप्ता, ईश्वरदास वैष्णव, द्रोमिल त्रिवेदी, पं. मनोज नरहरि भट्ट, ललित आचार्य, सुधीर चौबीसा, विपीन भट्ट, किशोर पाठक, पंकज नारायण वैष्णव, बंटी सोनी आदि ने हिस्सा लिया।
समाज और देश के लिए समर्पित हों
महामण्डलेश्वर श्रीमहंत हरिओमदासजी महाराज ने इस अवसर पर अपने प्रवचन में श्रृद्धालुओं को संबोधित करते हुए हनुमान भक्ति अपनाकर जीवन को आदर्श एवं मंगलकारी बनाने और शुचिता के साथ कर्मयोग करते हुए समाज और देश की समर्पित सेवा करने का आह्वान किया।
मण्डल एवं आश्रम कार्यकलापों की सराहना
उन्होंने गायत्री मण्डल की गतिविधियों एवं श्री पीताम्बरा आश्रम के कार्यकलापों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले समय में श्री पीताम्बरा आश्रम धर्म-अध्यात्म और संस्कृति चेतना का महत्त्वपूर्ण केन्द्र बनकर उभरेगा।
आरंभ में गायत्री मण्डल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोहर जोशी, कोषाध्यक्ष अनन्त जोशी, कार्यकारिणी सदस्य कमलकान्त भट्ट, ईश्वरदास वैष्णव, सुनील दोसी, जगदीशचन्द्र सागवाड़िया, ललित जरादी एवं हेमांग जोशी ने उपरणा एवं पुष्पहारों से महामण्डलेश्वर का स्वागत किया।