. 6 घंटो में संभाग के अलग अलग शहरों में संपन्न हो गये 3 नेत्रदान
2. शाइन इंडिया के सहयोग से,कोटा भवानीमंडी कापरेन में सम्पन्न हुए नेत्रदान
देर रात जब शहर सो रहा था,उस समय शाइन इंडिया की टीम हाड़ौती संभाग के दूर दराज़ शहरों में नेत्रदान ले रही थी । देर रात 1:30 बजे मुखर्जी नगर,भवानीमंडी निवासी दिनेश जैन के पिता दानमल जैन का निधन हुआ। परिवार के सदस्य भवानीमंडी के चल रहे,शाइन इंडिया के नेत्रदान अभियान से पहले से ही परिचित थे । इसलिए शोक की घटना घटते ही,दिनेश ने तुरंत ही संस्था के ज्योति-मित्र नरेंद्र जैन को पिता के नेत्रदान करवाने की सूचना दी ।
नरेन्द्र जैन और शहर संयोजक कमलेश दलाल की सूचना पर, रात 2:00 बजे कोटा से डॉ कुलवंत गौड़ ट्रेन से सीधा भवानी मंडी स्थित दिनेश के निवास पर पहुंचे और नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया ।
सुबह 4:00 बजे भवानीमंडी में नेत्रदान की प्रक्रिया संपन्न ही हो रही थी कि,संस्था की कापरेन शाखा के ज्योति मित्र, ललित कुमार टेलर ने डॉ गौड़ को सूचना दी कि,भारत विकास परिषद् शाखा कापरेन के वित्त सचिव रमेश चंद्र गौड़, की माताजी भूली बाई गौड़ का आकस्मिक निधन हुआ, और परिजनों ने नेत्रदान के लिए सहमति दी है ।
भवानी मंडी से नेत्रदान का कार्य पूरा करके गौड़ ट्रेन से ही वापस कोटा आए और यहां से नेत्र संकलन वाहिनी ज्योति रथ में नेत्रदान के सहयोग के लिये अपनी पत्नी डॉ संगीता गौड़ को साथ लेकर 8:30 बजे कापरेन पहुंच गए और परिवार के सभी सदस्यों के बीच में नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया ।
इसी बीच संस्था के सहयोग से पार्श्वनाथ प्लीजेंट निवासी श्रीनाथ लोहिया, ईश्वर और पुरुषोत्तम की माता जी माना बाई के निधन की सूचना संस्था के ज्योति मित्र शुभम जैन और सीए मोहित जैन से प्राप्त हुई । नेत्रदान के लिए सभी की सहमति जानकर, माना बाई का भी नेत्रदान संस्था ने प्राप्त किया ।
इस तरह से 6 घंटे में शाइन इंडिया के सहयोग से (कुन्हाड़ी) कोटा,(कापरेन) बूंदी और (भवानीमंडी) झालावाड़ जिले में 3 देवलोकगामियों के नेत्रदान संपन्न हुए ।