बांसवाड़ा, विश्व महिला दिवस के उपलक्ष में गुरुवार शाम को शहर के कल्पना चावला सभागार में आयोजित महिला साहित्यकार गोष्ठी में अतिथियों ने नारी सशक्तिकरण का सन्देश दिया। समारोह की मुख्य अतिथि डॉ. आशा मेहता ने विचार व्यक्त करते हुए सबसे निडर एवं साहस का जीवन जीने का आह्वान किया। अध्यक्षता करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी प्रारभ्मिक शिक्षा शफब अंजूम ने कहा कि आज के समय में ‘आंचल में दूध आंखों में पानी’ की बजाय समाज में पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है और हर क्षेत्र में सफलता अर्जित कर रही है। विशिष्ट अतिथि डॉ. सरला पण्डया ने कहा कि जीवन में लक्ष्य निर्धारित करते हुए उसे प्राप्त करने के लिए निरन्तर प्रयास आवश्यक है, जिससे सफलता अवश्य मिलती है। संचालन नताशा गर्ग ने किया जबकि आभार उजास परिवार अध्यक्ष मीनाक्षी गर्ग ने माना।
कार्यक्रम के आरम्भ में अतिथियों ने देवी सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन किया और माल्यार्पण कर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया। इसके उपरान्त ममता सोलंकी ने अतिथियों का उपरणा ओढाकर स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि सीबीईईओ बांसवाड़ा रेखा रोत और प्रतिभा जैन ने भी विचार व्यक्त किए। आयोजन में प्रीति कुलश्रेष्ठ, ममता सिंह, ओजसी तलवाड़िया, धर्मिष्ठा पण्ड्या, हिता द्विवेी, प्राची पाठक, अपूर्वा जैन, पूजा तारेश दवे, पलक जैन ने कविता, गीतों से कार्यक्रम में प्रस्तुतियां दी। संचालन नताशा गर्ग ने किया जबकि आभार उजास परिवार अध्यक्ष मीनाक्षी गर्ग ने माना।