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गायत्री मण्डल की कार्यकारिणी की बैठक में महत्त्वपूर्ण निर्णय,

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28 Nov 23
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गायत्री मण्डल की कार्यकारिणी की बैठक में महत्त्वपूर्ण निर्णय,

 

धार्मिक आध्यात्मिक संस्कारों व साधनाओं के प्रशिक्षण पर जोर,

पीताम्बरा आश्रम को आध्यात्मिक चेतना एवं संस्कार संवहन केन्द्र बनाया जाएगा,

निरन्तर तप एवं साधनाओं से दैवीय ऊर्जाओं व दिव्य चेतना का होगा आवाहन,

कार्तिक पूर्णिमा महानुष्ठान एवं यज्ञ में श्रद्धालुओं ने लिया हिस्सा

बांसवाड़ा, 27 नवम्बर/गायत्री मण्डल की ओर से वैश्विक कल्याण एवं लोकमंगल के उद्देश्य से वैदिक संस्कृति और धर्म-अध्यात्म की परम्पराओं के संरक्षण एवं संवर्धन तथा प्राच्यविद्याओं से भरी पुरातन साधनाओं के सामूहिक प्रशिक्षण एवं प्रयोग के क्षेत्र में बहुआयामी गतिविधियों का आयोजन व्यापक स्तर पर किया जाएगा।

यह निर्णय सोमवार को पीताम्बरा आश्रम में गायत्री मण्डल के मुख्य संरक्षक श्री दिलीप गुप्ता के सान्निध्य तथा मण्डल के अध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई गायत्री मण्डल की कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया।

कार्तिकोत्सव अनुष्ठान एवं यज्ञ, आरती

बैठक के उपरान्त हनुमत्पीठ परिसर में कार्तिक पूर्णिमा उत्सव से संबंधित विश्वमंगल अनुष्ठान एवं यज्ञ हुए। यज्ञ पूर्णाहुति गायत्री मण्डल के मुख्य संरक्षक श्री दिलीप गुप्ता ने दी तथा आरती उतारी। इनमें श्रद्धालुओं ने पूर्ण आस्था एवं भक्तिभाव से हिस्सा लिया तथा यज्ञ परिक्रमा कर लोक कल्याण की कामना की।

पुरातन संस्कारों व अध्यात्म विषयक कार्य होंगे

गायत्री मण्डल की कार्यकारिणी की बैठक में भावी गतिविधियों की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा करते हुए गायत्री मण्डल परिसर में पीताम्बरा आश्रम के विकास एवं विस्तार के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने का निर्णय लिया गया। इसके अन्तर्गत मण्डल की भूमि पर प्राच्य संस्कार संवहन एवं आध्यात्मिक चेतना केन्द्र, ध्यान केन्द्र भवन तथा पीताम्बरा शक्तिपीठ स्थापित करने पर विचार-विमर्श किया गया।

एक हजार नए सदस्य बनाने का अभियान शुरू

कार्यकारिणी की बैठक में मण्डल के एक हजार नए सदस्य बनाने के लिए अभियान की शुरूआत नवीन सदस्य बनाकर की गई। इस दौरान् बताया गया कि सनातन धर्म से संबंधित सभी पंथ, समुदाय और वर्ग के प्रतिनिधियों की सदस्यता का अभियान शुरू किया गया है। इस वर्ष दिसम्बर में माह भर अभियान को तेजी दी जाएगी।

बैठक में मण्डल के मुख्य संरक्षक श्री दिलीप गुप्ता ने मण्डल की गतिविधियों के व्यापक विस्तार तथा आश्रम विकास के बारे में दूरगामी योजना के अनुरूप कार्य संपादन पर बल दिया। मण्डल के संरक्षकों पं. विद्यासागर शुक्ल, श्री दिलीप सराफ एवं पं. नरहरि भट्ट, सज्जनसिंह हाड़ा, उपाध्यक्ष श्री मनोहर जी. जोशी तथा कार्यकारिणी सदस्य त्रम्बकेश्वर ठाकोर, पं. अनन्त जोशी, पं. प्रदीप शुक्ला, कमलकान्त भट्ट, पं. राजेश त्रिवेदी एवं श्री अरुण व्यास ने समन्वित कार्ययोजना के अनुरूप समयबद्ध विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी और इससे संबंधित कार्ययोजना पर प्रकाश डाला।

बैठक में सनातन धर्म-संस्कृति के लिए मण्डल द्वारा किए जा रहे अनुष्ठानों के बारे में वरिष्ठ उपाध्यक्ष ब्रह्मर्षि पं. दिव्यभारत पण्ड्या तथा आगामी दिनों में वैदिक संस्कृति एवं उपनिषदों से संबंधित सम्मेलन व अन्य आयोजनों के बारे में डॉ. राजेश जोशी तथा मण्डल की वित्तीय स्थिति एवं सदस्यता अभियान पर कोषाध्यक्ष पं. विनय भट्ट ने जानकारी दी।

बैठक में मण्डल उपाध्यक्ष श्री अनिमेष पुरोहित और पं. मनोहर एच. जोशी ने संस्था को सुदृढ़ करने तथा आध्यात्मिक गतिविधियों में युवाओं की सहभागिता बढ़ाने पर जोर दिया।

मण्डल की अब तक संचालित गतिविधियों का ब्यौरा सचिव श्री विनोद शुक्ल एवं सह सचिव श्री सुभाष भट्ट ने विस्तार से बताया। श्री नगेन्द्र दोसी ने सदस्यता अभियान के विस्तार का सुझाव दिया।

नियमित अनुष्ठान श्रृंखला की सराहना

इस दौरान् सभी उपस्थिजनों ने 4 नवम्बर से रोजाना नियमित रूप से जारी नित्य एवं नैमित्तिक अनुष्ठानों पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए इसे अखण्ड रूप से जारी रखने की सराहना की और कहा कि इस नियमित प्रवृत्ति के माध्यम से धार्मिक-आध्यात्मिक चेतना का विस्तार होने के साथ ही साधक-साधिकाओं के लिए यह आध्यात्मिक जागरण के सशक्त मंच के रूप में उभरकर सामने आएगा।

बैठक में पीताम्बरा परिषद के संयोजक पं. नरेन्द्र आचार्य (छींछ) ने परिषद की योजनाओं पर जानकारी देते हुए बताया कि पीताम्बरा साधकों एवं साधिकाओं के समूह तथा साधना विशेषज्ञों के पैनल तैयार किए जा रहे हैं और शीघ्र ही परिषद का विस्तृत स्वरूप घोषित कर दिया जाएगा।

इस अवसर पर पं. सुशील त्रिवेदी, पं. प्रदीप भट्ट, पं. महेन्द्र पाठक, पं. दिलीप पण्ड्या, पं. जय रणा, पं. किशोर पाठक, पं. अमित जोशी, पं. ललित आचार्य, पं. विनोद भट्ट, पं. दिलीप अधिकारी, चन्द्रेश व्यास, अनिल कुमार पण्ड्या आदि ने बैठक में विचार रखे तथा अनुष्ठान, यज्ञ एवं आरती में हिस्सा लिया।


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