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श्री शक्ति गोयनका ट्रस्ट रिकग्निशन सम्मान- 2025 पुरस्कार सम्मान प्रदान किए

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23 Aug 25
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श्री शक्ति गोयनका ट्रस्ट रिकग्निशन सम्मान- 2025 पुरस्कार सम्मान प्रदान किए

गोपेन्द्र नाथ भट्ट 

 

जयपुर, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि सनातन है तो हम है और सनातन नहीं है तो हम भी नहीं होंगे। उन्होंने प्रवासी राजस्थानियों का आह्वान किया कि  वे अपनी जडो से जुडे रहें, यह राजस्थान हमारा है।

 

देवनानी शुक्रवार को फतहपुर शेखावाटी में जमीनी स्तर पर सकारात्मक बदलाव लाने वाले गुमनाम नायकों को दिये जाने वाले गोयनका रिकग्निशन सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारम्भ किया।

 

देवनानी ने कहा कि गोयनका ट्रस्ट द्वारा आयोजित सम्मान की इस परम्परा से उन विभूतियों को पहचान मिल रही है जो अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देकर समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने है। यह सम्मान व्यक्तियों के साथ उनके मूल्यों का भी है। न्होंने व्यापार, समाज सेवा, कला, विज्ञान, खेल कूद, शिक्षा, साहित्य, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले गोयनका सामुदाय के शूरवीरों को पुरस्कार प्रदान किये। समारोह में पहुँचने पर देवनानी का विशाल फूल माला पहनाकर और शॉल ओढाकर अभिनन्दन किया गया।

 

*गोयनका परिवार ने बढाया शेखावाटी की धरा का मान* 

 

देवनानी ने कहा कि गोयनका परिवार ने शेखावाटी की धरा को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि जन्म स्थली को कभी नहीं भूलना चाहिए। जो जड़ों से अलग जो जाते है, वे हरे-भरे नहीं रह पाते है। हम कहीं भी रहें यह राजस्थान हमारा है। व्यापार जीवन का अंग है। अपनी जन्म स्थली को सेवा के माध्यम से जब भी समय मिले उसके लिए कार्य करना चाहिए। यही हमारी संस्कृति और सामाजिक जिम्मेदारी हैं। श्री देवनानी ने कहा कि राजस्थान की इस धरा ने शौर्य की गाथाएं दी है, सन्तों की वाणी दी है और व्यापारियों को निष्ठा दी है। गोयनका परिवार ने शेखावाटी की इस धरा की समृद्ध परम्परा को आगे बढाया है।

 

*जडों से जुडने की परम्परा भावी पीढियों के लिए बनेगी प्रेरणा का स्त्रोत* 

 

देवनानी ने गोयनका परिवार सहित पूरी आयोजन समिति का अभिनन्दन करते हुए कहा कि यह समारोह एक संस्कृति का उत्सव है। साथ ही यह गोयनका संगम पीढियों को जोडने वाला सेतु है। आने वाली पीढियों के लिए यह परम्परा प्रेरणा और ऊर्जा का स्त्रोत रहेगी। सेवा उद्यम और संस्कृति की इस परम्परा से सामाजिक सेवा और मानव कल्याण को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने कहा कि जीवन्तता में भी जीवन है। विकृतियों का समाधान संस्कारों से होगा। समाज केवल ईमारतों और सडकों से ही नहीं बनता उसके लिए मानवीय मूल्यों, सेवा और परम्पराओं को जीवित रखना होता है।

 

*प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का सम्मान पूरे विश्व में बढ़ा* 

 

देवनानी ने कहा कि 21वीं शताब्दी भारत की होगी।यह भविष्यवाणी अब प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में साकार हो रही है। राष्ट्र का सम्मान पूरे विश्व में बढ़ता ही जा रहा है। भारत को हर क्षेत्र में सफलता मिल रही है।

 

*देवनानी ने सालासर बालाजी के दर्शन किए* 

 

विधानसभा ध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को सालासर धाम पहुँचकर श्री बालाजी के दर्शन किए। श्री देवनानी ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। मंदिर पहुँचने पर प्रबंधकगण ने श्री देवनानी का दुपट्टा और माला पहनाकर तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनन्दन किया।

 


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