Udaipur . दुनिया भर में मोटापे की समस्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही हैं साथ ही इससे कई प्रकार की बीमारियां भी हो रही हैं। इसीलिए हर साल 4 मार्च को वर्ल्ड ओबेसिटी डे मनाया जाता है। जब व्यक्ति के शरीर में फैट की मात्रा बढ़ती है, तो अनावश्यक रूप से उस व्यक्ति का वजन धीरे-धीरे बढ़ने लगता है और इस वजह से कई गंभीर समस्याएं पैदा होने लगती हैं। लेकिन बेरियाट्रिक सर्जरी एक ऐसी तकनीक है जिससे मोटे लोगों का वजन दूरबीन सर्जरी के माध्यम से खत्म किया जाता है। पारस हेल्थ, उदयपुर के डॉ. सपन अशोक जैन, जनरल लैप्रोस्कोपिक सर्जन एंड बेरिएट्रिक सर्जरी ने बताया कि जिसमें आमाशय के आकार को छोटा कर एवं आंतों का बायपास कर सर्जरी की जाती है। साथ ही साथ मोटापे के कारण जो तकलीफें जैसे डायबिटीज,ब्लड प्रेशर,स्लीप ऐप्नीअ, निसंतनता का भी अंत हो जाता है। क्योंकि ये ऑपरेशन दूरबीन से होता है तो इसके बाद शरीर पे कोई चीरा नहीं दिखता है, दर्द रहित और मात्र 2-3 दिनों में छुट्टी मिल जाती है। ऑपरेशन के बाद मात्र पहले दिन से ही वजन कम होने लगता है और 3-6 महीनो में 40 से 80 किलो तक वजन कम हो जाता है। वहीं पारस हेल्थ उदयपुर डॉ. अभिषेक व्यास, कंसल्टेंट, लेप्रोस्कोपिक जनरल एंड बेरिएट्रिक सर्जरी ने बताया कि मोटापा सीधे तौर पर हाई ब्लड प्रेशर और शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बिगाड़ता है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए शरीर में उपयोग की जाने वाली इंसुलिन के तरीके को भी मोटापा प्रभावित करता है और टाइप 2 डायबिटीज होने का जोखिम बढ़ जाता है। महिलाओं में अधिक वजन घुटने के ओस्टियो आर्थराइटिस के जोखिम को तीन से चार गुना तक बढ़ा देता है साथ ही अधिक वजन से जोड़ों पर यांत्रिक तनाव बढ़ने से सूजन और गठिया का खतरा भी बढ़ता है। इसलिए आपको मोटापे के मूल कारण को समझकर उसका समाधान करना चाहिए, इसमें यह बेहद जरूरी है कि आप एक नियमित जीवन शैली और स्वस्थ भोजन का चुनाव करें और मोटापे को कम करने वाली गतिविधियों को जैसे योगा और नियमित व्यायाम को अपने जीवन शैली में शामिल करें।