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एनआईआरएफ रैंकिंग में राज्य वित्तपोषित विश्वविद्यालयों में एमपीयूएटी का प्रथम स्थान

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16 Sep 25
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एनआईआरएफ रैंकिंग में राज्य वित्तपोषित विश्वविद्यालयों में एमपीयूएटी का प्रथम स्थान

 

  हाल ही में एनआईआरएफ रैंकिंग में राज्य वित्तपोषित विश्वविद्यालयों में एमपीयूएटी ने राजस्थान में प्रथम स्थान हासिल किया है। निदेशक प्लानिंग एवं मॉनिटरिंग डॉ सुनील जोशी ने बताया कि विश्वविद्यालयों में मानक मापदंडों के लिए राष्ट्रीय संस्थागत रैकिंग फ्रेमवर्क (एन आई आर एफ) शिक्षा मंत्रालय द्वारा 2015 से प्रारंभ किया गया था। यह देश के शिक्षा संस्थानों को मुख्यतः 5 मापदंडों पर रैंक प्रदान करता है जिसमें शिक्षण, सीखना और संसाधन (30 फ़ीसदी), अनुसंधान एवं व्यावसायिक अभ्यास (30 फ़ीसदी), स्नातक परिणाम (20 फ़ीसदी), और आऊट रीच और समावेशित और सहकर्मी धारणा (प्रत्येक 10 फ़ीसदी), तय किये गए है। उक्त मानदंड़ो के आधार पर महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को वर्ष 2025 में 51 से 100 रैंक बैण्ड में यह राज्य वित पोषित विश्वविद्यालयों में राजस्थान में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। 
महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुलगुरू माननीय डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक ने इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय के तीनों स्तंभ शिक्षण, अनुसंधान एवं प्रसार में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विश्वविद्यालय के सभी अधिकारियों, अनुसंधान एवं प्रसार वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, शोधार्थी और विद्यार्थियों को बधाई देते हुए बताया कि आप सभी के अथक प्रयासों से विश्विद्यालय ने राज्य में एन आई आर एफ रैकिंग में स्थान प्राप्त किया है उन्होंने बताया कि गुणवर्तापूर्ण शोध परिणामों के द्वारा विश्विद्यालय ने 81 अंकों का स्काॅपस इंडेक्स और 84 गूगल एच इंडेक्स प्राप्त किया है। विश्वविद्यालयों को राज्यपाल स्मार्ट विलेज इनिसिएटिव में लगातार अनेक वर्षो से प्रसंशनीय कार्यो के लिए कुलाधिपति सम्मान प्राप्त हुआ है। इसी प्रकार विश्वविद्यालय ने पिछले 3 वर्षों में 43 पेटेंट और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्थानों के साथ 33 मैमोरेंडम आफ अडंरस्टेनिंग (MOU) भी किये है जो कि विश्वविद्यालय में गुणवर्तापूर्ण शोध और अनुसंधानों का द्योतक है। हमारा विश्वविद्यालय  नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत आईसीएआर की 6वी डीन समिति की सिफारिशों को लागू करने वाला प्रथम विश्वविद्यालय है। हमारे विश्वविद्यालय के सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों, प्रसार शिक्षा निदेशालय एवं अनेक प्रयोगशालाए आईएसओ प्रमाणित है। विश्वविद्यालय ने सौर ऊर्जा दोहन में प्रतिवर्ष 1.46 करोड़ रूपये की बिजली बचत कर पर्यावरण के प्रति अपनी सकारात्मक प्रतिबद्वता दर्शाई है। विश्वविद्यालय के 71 छात्रों और 11 संख्या सदस्यों को विश्व के विख्यात संस्थानों में उच्च प्रशिक्षण प्राप्त है। कुलगुरू ने इन सभी उपलब्धियों और एनआईआरएफ रैकिंग में 51-100 वी रैंक बैण्ड में वित्त पोषित राज्य विश्वविद्यालयों में 76 एवं राज्य में वित पोषित विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान प्राप्त करने का श्रेय विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को दिया है । उन्होंने रैंकिंग  डॉक्यूमेंट तैयार करने हेतु विश्वविद्यालय के निदेशक प्लानिंग मॉनिटरिंग डॉ सुनील जोशी का धन्यवाद देते हुए अपेक्षा व्यक्त की कि आगामी वर्ष में इस उत्कृष्टता को बढ़ाते हुए देश में उच्च कोटि की रैकिंग प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा। 

 


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