उदयपुर,इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इन्टेक) के उदयपुर क्षेत्रीय चैप्टर की कार्यकारिणी समिति की बैठक संयोजक गौरव सिंघवी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में शहर की स्थापत्य, प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण हेतु योजनाएं बनाई गईं। बैठक में सह-संयोजक सुशील दशोरा, डॉ. बी.पी. भटनागर, एम.एल. नागदा, सुनील वशिष्ठ, रानू सिंघवी, सुधीर भटनागर एवं प्रियांका वैष्णव उपस्थित रहे।
बैठक में फड़ चित्रकारी एवं गवरी के संरक्षण के लिए विशेषज्ञों से सलाह लेकर आरंभ करने पर सहमति बनी। साथ ही इन कलाओं पर अनुसंधान एवं दस्तावेज़ीकरण हेतु संबंधित पुस्तकों की खरीद का प्रस्ताव रखा गया। संयोजक गौरव सिंघवी ने गवरी परियोजना के अंतर्गत लिखी गईं 70 कथाओं का उल्लेख किया जो गवरी महोत्सवों में मंचित की जाती हैं। 1932 में स्थापित फील्ड क्लब के भवन के संरक्षण हेतु इन्टेक की विशेषज्ञ सेवाएं देने के लिए क्लब सचिव को औपचारिक पत्र लिखने का निर्णय लिया गया, ताकि इस ऐतिहासिक धरोहर भवन का यथोचित पुनरुद्धार किया जा सके।
नजूल सम्पत्तियों की बनेगी सूची, सज्जनगढ़ को जीवंत मॉडल बनेगा
बैठक में तय किया गया कि जिले में स्थित "नजूल संपत्तियों" यानी अनुपयोगी या परित्यक्त विरासत भवनों की सूची सभी उपखंड अधिकारियों से प्राप्त कर उनके संरक्षण हेतु पहल करने की योजना बनाई जाए। आगामी एक दिसम्बर को उदयपुर चैप्टर का स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाने का निर्णय लिया गया। स्थापना दिवस के चालीस वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में इस वर्ष का विषय "उदयपुर की शैक्षिक विरासत का समृद्धिकरण" रखा गया है। पर्यावरण संरक्षण के अंतर्गत वन्य जीव एवं वानिकी दिवस संबंधी कार्य राहुल भटनागर के निर्देशन में किया जाएगा। सज्जनगढ़ किले का जीवंत मॉडल तैयार कर वर्षा जल संचयन के प्रति जनजागरूकता पैदा करने का प्रस्ताव भी पारित हुआ।