ग्वालियर,विक्रांत विश्वविद्यालय, ग्वालियर में संविधान दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने भारतीय संविधान की महत्ता और उसके लोकतांत्रिक मूल्यों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय संविधान की प्रस्तावना के पाठ से हुआ, जिसे प्रो. अमेरिका सिंह ने पढ़ा। उन्होंने इसे भारतीय लोकतंत्र की नींव बताया। प्रो. सिंह ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान का विशेष उल्लेख किया और कहा कि संविधान भारत के हर नागरिक को समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व का अधिकार प्रदान करता है।
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उन्होंने संविधान में निहित छह प्रमुख मौलिक अधिकारों—समानता, स्वतंत्रता, सुरक्षा, धर्म, शिक्षा और संवैधानिक उपायों—का विस्तार से वर्णन किया। इसके साथ ही, उन्होंने नागरिकों को उनके कर्तव्यों की याद दिलाई, जैसे संविधान का सम्मान करना, राष्ट्र के प्रति दायित्वों का निर्वहन करना और समाज में व्याप्त असमानताओं को समाप्त करने का प्रयास करना।
कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने संविधान के प्रति अपनी निष्ठा और कर्तव्यों को निभाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर श्री विक्रांत सिंह राठौर, स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज के डीन डॉ. वीर नारायण, संयुक्त निदेशक डॉ. सुल्तान सिंह, ग्वालियर उच्च न्यायालय के पूर्व प्रधान सचिव श्री गौरी शंकर दुबे और इंजीनियरिंग निदेशक प्रो. आनंद सिंह बिसेन सहित सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षक और बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहे।
संविधान दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारतीय संविधान के महत्व और इसके विभिन्न पहलुओं के प्रति जागरूक करना था। विक्रांत विश्वविद्यालय ने संविधान दिवस को न केवल प्रेरणादायक बल्कि ज्ञानवर्धक आयोजन के रूप में मनाया।