उदयपुर । गायत्री सेवा संस्थान, उदयपुर एवं राष्ट्रीय कृषि और ग्रामिण विकास बैंक (नाबार्ड) के संयुक्त प्रयास से उदयपुर जिले के जनजाति बाहूल क्षेत्र सराडा पंचायत समिति अन्तर्गत आने वाले “माण्डली वॉटरशेड” से आए बदलाव का अध्ययन करने समाज सेवा कार्य के १० देशों के विद्यार्थीयों ने अवलोकन कर परियोजना की सराहना की।
इस अवसर पर गायत्री सेवा संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चेतन पाण्डे ने जानकारी देते हुए बताया कि दो दिवसिय विजिट के लिए हॉगकोंग, ओमान, रोमानिया, जर्मनी, थाइलेण्ड, फ्रान्स, केनेडा, नाइजिरिया, बांग्लादेश एवं चाइना के कुल १६ समाज कार्य के विद्यार्थियों ने आकर जनजाति क्षेत्र का अवलोकन कर वहां गायत्री सेवा संस्थान द्वारा संचालित विकास गतिविधियों को करीब से जाना। दल ने जनजाति परिवारो के घर, खेत एवं पूरे गांव का भी भ्रमण कर गावों की जीवनी को समझने का प्रयास किया।
दल की प्रतिनिधी बांग्लादेश की मूल निवासी नोशिन इसलन अमिन ने मॉडल वॉटरशेड से भूमिगत जल एवं किसानो की आमदनी में बढोतरी की सराहना करते हुए ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने की इच्छा जाहिर की।
सभी विद्यार्थियों के दल का समन्वय कर रहे उत्कर्ष पूरोहित ने बताया की सभी विद्यार्थी दो दिन के लिए उदयपुर के ग्रामिण क्षेत्र का अध्ययन करने आए थे जिसका आज अन्तिम दिवस था। सभी यहाँ से काफी कुछ सिख कर जा रहे है।
पूरे दिन की विजिट के पश्चात् दल ने माण्डली जल ग्रहण विकास समिति के सदस्यों एवं ग्रामिणो में भी संवाद किया।
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