लखनऊ/नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में चार दिन पहले गोकशी के शक में दो लोगों की पिटाई तथा पुलिसकर्मियों के सामने अधमरी हालत में एक शख्स को घसीट कर ले जाने की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस घटना को लेकर माफी मांगी है। तस्वीर में दिखे पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर जांच के आदेश दिए गए हैं। हापुड़ में गोकशी के शक में भीड़ ने कासिम और समीउद्दीन नामक दो व्यक्तियों की कथित रूप से पिटाई की थी।
घटना हापुड़ के पिलखुवा के बछेड़ा खुर्द गांव में सोमवार की है। गांव वालों ने कासिम नाम के एक शख्स को कथित रूप से पीट-पीटकर मार डाला था। गुरुवार को इससे जुड़ा फोटो वायरल हुआ, जिसमें इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों की मौजूदगी में भीड़ कासिम के शव को घसीटकर ले जा रही है। दिल्ली में दूसरे पीड़ित के बड़े भाई ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस ने उस तरह से प्राथमिकी दर्ज नहीं की जिसकी उसका परिवार मांग कर रहा था।
घटना में गंभीर रूप से घायल हुए समीउद्दीन के भाई मेहरूद्दीन ने शुक्रवार को कहा कि उसका परिवार ‘‘भय के साये’’ में जी रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार मवेशी व्यवसायी कासिम और समीउद्दीन का एक मोटरसाइकिल सवार से झगड़ा हुआ जिसके बाद उसने अपने दोस्तों को बुला लिया और उन्होंने दोनों को बुरी तरह पीटा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले को रोडरेज की घटना के तौर पर दर्ज किया था। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से माफी मांगी।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने लिखा, ''हम माफी मांगते हैं, क़ानून व्यवस्था के मामले कई बार ऐसे होते हैं कि अनजाने अनचाहे कुछ बातें हो जाती हैं।’’ डीजीपी, मुख्यालय, यूपी पुलिस की ओर से इस घटना पर माफ़ी मांगते हुए ट्वीट किया गया, “हम इस घटना के लिए माफ़ी माँगते हैं, इन तस्वीरों में जो तीन पुलिसकर्मी दिख रहे हैं उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया गया है और मामले की जाँच की जा रही है। ये तस्वीर उस समय ली गई है जब पुलिस घटनास्थल पर पहुँची ही थी और पीड़ित को अस्पताल ले जाया जा रहा था लेकिन दुर्भाग्यवश उस वक़्त कोई एंबुलेंस उपलब्ध नहीं थी इसलिए पीड़ित को इस तरह उठाना प़ड़ा।’’
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