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लू तापघात से बचाव में सजगता बरतने के दिए निर्देष

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21 Apr 17
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कोटा । इस साल गर्मी ने अप्रेल महीने मे ही कहर ढाना षुरू कर दिया हैं। इस भीशण गर्मी में लू तापघात की आंषका के चलते कार्यवाहक सीएमएचओ डॉ आर. के लवानिया ने चिकित्सा कर्मियों को अलर्ट रहने के निर्देष जारी कर दिए हैं। अस्पतालों में आने वाले लू तापघात के मरीजों के उपचार के लिए अलग से वार्ड व बेड आरक्षित करने के साथ ही जिले के सभी के सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों समेत उपस्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में ओआरएस के पैकेटों और आवष्यक दवाईयों की उपलब्धता सुनिष्चत करने निर्देष चिकित्सा प्रभारियों को दिए गए है। लू तापघात से बचाव उपचार के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए चिकित्साकर्मियों और आषा सहयोगिनयों को पांबद किया गया ह। अस्पतालों में खराब पडे कूलर, पंखों को ठीक रखने सहित मरीजों और तीमारदारों के लिए षुद्व और ठण्डे पेयजल की व्यवस्था सुनिष्चत करने के निर्देष दिए गए हैं। सीएमएचओ ने लू तापघात से बचाव के लिए आमजन से विषेश एहतियात बरतने की अपील की है।
लू तापघात के लक्षण ः- तेज बुखार, चक्कर आना एवं जी मिचलाना, सिर दर्द और षरीर में भारीपन, त्वचा में खुष्की और सांस लेने में तकलीफ होना, चेहरा लाल पड जाना और पसीना नही आना,
बचाव के उपाय - तेज धूप मे खाली पेट ना निकलें, तथा पानी बार-बार पिएं, घर से निकलते समय सिर, गर्दन और कानों को कपडा, रूमाल या गमचे से पूरी तरह ढकें, तथा छाते का उपयोग करें, भीड-भाड, तपीष, उमस और घुटन वाली जगहों पर जाने से बचें, रोगी को छायादार, ठण्डें, हवादार स्थान पर लिटा देवें तथा कपडे ढीले कर देवें। षरीर पर ठण्डें पानी की पट्टियां रखें। रोगी को ठण्डे पेय पदार्थ जैसे नमक व नींबू की षिकंजी, लस्सी आदि पिलावें तथा तुंरत चिकित्सक को दिखावें।

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