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बेटियों के प्रति वैचारिक परिवर्तना लाना जरूरी है- ललिता पंवार

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24 Apr 15
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बेटियों के प्रति  वैचारिक परिवर्तना लाना जरूरी है- ललिता पंवार जैसलमेर-सूचना एंव प्रसारण मंत्रलय , भारत सरकार, के क्षेत्रीय प्रचार निदेशा लय और मुख्य चिकित्सा अधिकारी जैसलमेर द्वारा जिले के जैसलमेर देवा गाव में स्वच्छ भारत अभियान, मिशन इन्द्रधनुष तथा बेटी बचाओं बेटी पढाओं विषय पर विशेष जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।


प्रेम सिंह, क्षेत्रीय प्रचार प्रभारी, ने बताया कि विभाग द्वारा दिनांक 16.4 से 23.4.2015 तक जिले के सम और जैसलमेर ब्लॉक के 9 गांवों में जागरूकता अभियान चलाकर ग्रामीणों को बाल विवाह, दहेज प्रथा निशेध है, स्वच्छ भारत अभियान, मिशन इन्द्रधनुष तथा बेटी बचाओं बेटी पढाओं पर मौखिक संगो६ठयों, चित्र् प्रदशर्नियों, चल चित्र् प्रदशर्न और प्रश्नोंत्तरी प्रतियोगितों के माध्यम से जागरूकता का संदेश दिया। इस दौरान ग्राम कोडियासर, पावनासर, खीवंसर,मदा,सेलत, नगा, मोतीकिलो की ढाणी,खींया और देवा के करीब 450 के ग्रामीणों को लाभांवित किया।
सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि स्वच्छ भारत निर्माण करना है, तो पहली झाडू इन थूकन वाले अपराधियों पर चलाया जाए जो सडक, कार्यालय, सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाते है अगर हमें थूकने वाले पर रोक लगानी है तो हर गली मुहल्ले में चालान करने वाले वॉलन्टियर्स बनाने चाहिए और इस में सीनियर सिटिजन को जोडने से लाभ होगा। जब तक थूकने पर पेनल्टी व चालान नही लगेगा लोग नही मानेगे। बेचने वाले च खाने वाले दोनों को बराबर का दोशि मानकर सजा देनी होगी। नही तो हम कितना भी झाडू लगाये या स्वच्छता का ढंका बजाये कुछ नही होगा ।
सुश्री ललिता पंवार , सरपंच, ग्राम पंचायत देवा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि बेटी बचाओं, बेटी पढाओं में वैचारिक परिवर्तना लाना और बालिकाओं की शिक्षा पर ध्यान केन्दि्रत करना है । भारत सरकार की सुकन्या समृद्वि योजना के जरिए युवतियों की शादी और शिक्षा में मदद मिलेगी। आज हम अपना यह संकल्प दोहराना चाहिए की महिलाओं के जीवन की विकास यात्र किसी भी अवरोध से नही रूके। महिलाओं का कल्याण भारत की प्रगति और सभी नागरिकों के लिए गरिमाणूर्ण जीवन तथा विकास के अवसर प्रदान करने के हमारे लक्ष्य होने चाहिए। जब हम स्ंवय महिलाऐ महिलाओं के प्रति अपराध की खबरें सुनते है तो हमारा सिर शर्म से झुक जाता है । महिलाओं के प्रति सभी प्रकार के भेदभाव और अत्यारचारों का खात्मा करने के लिए हमें मिल कर काम करना होगा। भारत सरकार को ऐसे एकल-स्थल केन्द्र स्थापित करने चाहिए जो हिंसा या दु६कर्म की पीडित महिलाओं को कानूनी सलाह दे और मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रदान करें।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी डॉ0 यश तिवारी ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष के तहत स्वास्थ्य मंत्रलय ने देश भर मंक 201 जिलों का चयन किया ह । इन सभी जिलों में आंशक टीकाकरण वाले या बिना टीकाकरण वाले सबसे अधिक बच्चे है सभी टीकाकरण वंचित या आशक टीकाकरण वाले बच्चों में से लगभग 50 प्रतिशत इन चयनित जिलों में है। देश में नियमित टीकाकरण कवरेज में सुधार के लिए इन जिलों में गहन प्रयास किए जाएगें । इस कार्यक्रम को अंतम लक्ष्य भारत में सभी बच्चों और गभर्वती महिलाओं को ऐसी बीमारियों से सुरक्षित करना है जिनसे बचाव संभव है।
उमेश आचार्य, जिला समन्वयक, मुख्य स्वास्थ्य किचित्सा विभाग ने विशयविशेष के रूप कहा कि जनसंफ की रणनीति के जरिए टीकाकरण के प्रति जागरूकता और मांग बढाना तथा आपसी जनसंफ के माध्यम से युवाओं के नेटवर्क और कारपोरेट के जरिय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में समुदाय की भागीदारी बढाने के लिए सामाजिक रूप से संगठित करने की आव८यकता है। मिशन इंन्द्रधनुश के तहत गहरी झुग्गी बस्तियों निर्माण स्थनों, ईंट भटटों , खानाबदोशों के रहने के स्थानों और दूरदराज के क्षेत्रें औा अधिक उच्च जोखिम वाले स्थानों पर बच्चों तक पहुच के लिए विशेष ध्यान देना है।
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