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अंगूर की पैदावार महाराष्ट्र और कर्नाटक में बढ़ रही है

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23 Jul 18
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अंगूर की पैदावार महाराष्ट्र और कर्नाटक में बढ़ रही है मौसम की मनमानी और आर्थिक संकट के कारण आत्महत्या को मजबूर होने के बावजूद महाराष्ट्र एवं कर्नाटक के किसानों में ‘‘अंगूर प्रेम’ बढ़ता ही जा रहा है और पिछले तीन साल से इसके पैदावार में लगातार वृद्धि हो रही है।महाराष्ट्र और कर्नाटक देश में अग्रणी अंगूर उत्पादक राज्य हैं । मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, केरल,आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगना तथा कुछ अन्य राज्यों में छिटपुट रूप से अंगूर की खेती की जाती है। कुछ स्थानों पर अंगूर की खेती को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं चलाई जा रही है। कृषि मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र में वर्ष 2015-16 में अंगूर की पैदावार 2048.11 टन हुई थी जो 2016-17 में बढ़कर 2378.17 टन हो गई । इस राज्य में वर्ष 2017-18 के दौरान इसका पैदावार बढ़कर 2404.2 टन होने का अनुमान है।इन वर्षो के दौरान कर्नाटक में इसकी पैदावार क्रमश: 429.78 टन और 450.79 टन हुई था। वर्ष 2017-18 इसकी पैदावार करीब 502 टन होने की आशा है। वर्ष 2015-16 में मिजोरम में अंगूर की पैदावार 22 टन से अधिक थी। लेकिन इसके बाद के वर्षो में इसका पैदावार कम होने लगी जबकि केरल में पिछले तीन वर्ष से इसकी पैदावार बढ़ रही है तथा यह 15.5 टन से बढ़कर 17.5 टन पहुंच गई है। आन्ध्र प्रदेश और पंजाब में इसका पैदावार लगभग स्थिर है। आंध्र में करीब 15 टन और पंजाब में करीब आठ टन अंगूर की सालाना पैदावार होती है। तमिलनाडु , तेलंगाना और मध्य प्रदेश में अंगूर की पैदावार कम हो रही है। हरियाणा , हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में इसके बहुत कम बाग हैं।
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