संगम किनारे लेटे हनुमान मंदिर में लगवाते हैं अरदास
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12 Oct 17
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इलाहाबाद।प्रयाग के कोतवाल कहे जाने वाले आस्था और विास के मूरत संगम तट पर लेटे श्रीराम भक्त हनुमान मंदिर में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन हर साल अरदास लगवाते हैं। मंदिर और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी नरेंद्र गिरि ने बताया कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का जन्मदिन है। बच्चन का यहां के हनुमान जी में गहरी आस्था और अटूट विास है।अमिताभ के पिता डॉ. हरिवंश राय बच्चन ‘‘बाबूजी’ हनुमान जी के परम भक्त थे। वह प्रत्येक शनिवार और मंगलवार को दोनो बेटों अमिताभ और अजिताभ के साथ इस मंदिर में आया करते थे। बाबू जी बाघंबरी गद्दी मठ के तत्कालीन महंत स्वामी बलदेव गिरी महाराज के पास घंटों बैठते थे। उन्होंने बताया कि बच्चन पिछले 35 साल से ‘‘कोतवाल’ के दरबार में अपने किसी प्रतिनिधि को साल में एक बार भेज कर अपनी उपस्थिति की अर्जी लगवाते हैं। उनके स्वास्य लाभ के लिए यहां दो बार अनुष्ठान भी कराया जा चुका है। वर्ष 1982 में फिल्म‘‘कुली’की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन बुरी तरह से घायल हो गए थे। उस समय उनके स्वास्य लाभ के लिए देश भर में अनुष्ठान हुए थे। ‘‘बाबू जी’की श्रीराम भक्त हनुमान में अटूट आस्था थी। उन्होंने शूटिंग के दौरान घायल अमिताभ के स्वास्य लाभ के लिए स्वामी बलदेव गिरी महाराज जी से पूजा पाठ करवाने के लिए कहा था। तब महराज जी ने 101 वैदिक ब्राम्हणों से 11 दिन तक उनके शीघ्र स्वास्य लाभ के लिए यज्ञ करवाया था। यज्ञ की पूर्णाहुति के दिन हवन करते समय सूचना मिली थी कि अमिताभ को आराम हो गया है। तब से अमिताभ बच्चन हर साल इस मंदिर में अपनी अरदास लगवाते आ रहे हैं।उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 में जब अमिताभ दोबारा गंभीर रुप से बीमार हुए थे, तब उनके भाई अजिताभ ने अनुष्ठान कराने की गुजारिश की थी। उस समय 21 वैदिक विद्वानों से सात दिन का सूयरेपासना यज्ञ कराया गया था। ब्राह्णों के लिए 51 हजार रपए की दक्षिणा अजिताभ की ओर से भेजी गई थी। उन्होंने 51 किलो का पीतल का घंटा भी मंदिर में टंगवाया था, जो आज भी मौजूद है।
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