एक ओर जहाँ कुम्हार का चाक चल रहा है, जिसको देख कर बच्चे बहुत अचंभित हो रहे हैं एवं अपने हाथों से मिट्टी के आयटम्स् जैसे दिये, कुल्हड, गुल्लक, कटोरा इत्यादि बनवा रहे हैं साथ ही उन पर अपने नामों को ऊकेर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कोई अपना हेण्ड स्केच पोट्रेट बनवा रहा हैवहीं कुछ लोग मक्की की पापडी एवं गरमा-गरम राब का सुस्वादन कर रहे हैं एवं कुछ युवतियाँ राजस्थानी चूडियाँ, बन्धेज इत्यादि की खरीददारी कर रही हैं। ये सभी नजारे सेलिब्रेशन मॉल में चल रहे म्हारो राजस्थान के आयोजन के हैं ।
राजस्थान की कला एवं संस्कृति के प्रति अपने प्यार एवं सम्मान को द६ाार्ने हेतु दिनंाक 8 से 18 फरवरी तक आयोजित इस 11 दिवसीय आयोजन में जहाँ एक ओर मॉल में आने वाले आगन्तुकों को राजस्थानी कढाई, बुनाई के कपडें, आभूषण, जूतियां इत्यादि की खरीददारी का लुत्फ उठाने का मौका मिल रहा है, वहलृ दूसरी ओर आकर्षक फोटो जोन (सेल्फी कार्नर) में अपने दोस्तों, परिवार वालों कः साथ यादगार फोटो खींचने का अवसर *ी मिल रहा है। इन सबकः अलावा प्रत्येक सप्ताहंत पर राजस्थानी संस्कृति कः आकर्षक एवं मनोरंजक परफोरमेन्सेज को अपने परिवारवालों कः साथ देखने का सुअवसर *ी मिल रहा है ।
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