उदयपुर। युवाप्रवचनकार मुनिश्री शास्त्रितिलक विजय ने कहा कि ज्ञान गुरू से लेना चाहिए क्योंकि मिलावट बिना ई८वर के ज्ञान को सीधे श्रावक तक पहुंचाना गुरू की जिम्मेदारी है।
वे आज हिरणमगरी से. 4 स्थित शातिनाथ जिनालय में आयोजित धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मोबाईल टी.वी. इन्टरनेट आदि आधुनिक साधनों से धर्मज्ञान लेने जाओंगे तो सब गैर जिम्मेदार आदमी मिलावटयुक्त ज्ञान देंगे। आपको भगवान का शुद्ध ज्ञान चाहिए या लोगों का मिलावट किया हुआ अशुद्ध ज्ञान। उन्हने कहा कि जब हम शरीर के लिए मिलावटीयुक्त घी काम में नहीं लेते तो आत्मा के लिये मिलावटीयुक्त ज्ञान क्यों लें।
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