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कोरोना से डरने की नहीं बल्कि सतर्क रहने की जरूरत- जिला प्रभारी मंत्री

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24 Jun 20
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कोरोना से डरने की नहीं बल्कि सतर्क रहने की जरूरत- जिला प्रभारी मंत्री
 
कोटा (डॉ. प्रभात कुमार सिंघल,): परिवहन और सैनिक कल्याण विभाग मंत्री व जिला प्रभारी मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए अब डरने की नहीं बल्कि सतर्क रहनेे की आवश्यकता है। सरकार की मंशा है कि प्रत्येक व्यक्ति जागरूक बने, सतर्क रहे और संक्रमण से बचाव के तरीके दिनचर्या में शामिल कर सुरक्षित रहें। परिवहन मंत्री मंगलवार को नगर विकास न्यास के ऑडिटोरियम में आयोजित कोविड जागरूकता अभियान के जिला स्तरीय समारोह में उपस्थित संभागियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जागरूकता के लिए शपथ ग्रहण कराई , प्रचार सामग्री का विमोचन किया एवं जागरूकता रथ रवाना किया।
        खचरियावस ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा आमजन की सुरक्षा के लिए जागरूकता कि यह विशेष पहल की गई है जिससे आम नागरिक बचाव के तरीके अपनाकर स्वयं को तथा समाज को सुरक्षित कर सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिस टीम भावना के साथ जनप्रतिनिधियों, सामाजिक-धार्मिक संगठनों व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कार्य किया गया है, जिसकी सम्पूर्ण देश में रोल मॉडल के रूप में सराहना की गई है।
        उन्होंने कहा कि आगामी समय में कोरोना से बचाव के लिए प्रत्येक नागरिक को जीवन में मास्क लगाने, सामाजिक दूरी रखने, बार-बार हाथ धोने व सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकने को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि यह हमारी सरकार द्वारा लॉक डाउन के दौरान मुख्यमंत्री के आधार वाक्य राज्य में कोई भूखा नहीं सोए को फलीभूत करते हुए एक करोड लोगों के खातों में सीधी राशि तथा 5 करोड लोगों को राशन उपलब्ध कराने का कार्य किया गया। 
           प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों को पैदल नहीं चलने दिया। बिना भेदभाव के दो माह का राशन तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ दिया गया। मनरेगा में सभी जरूरतमंदों को रोजगार उपलब्ध कराने की पहल की गई। उन्होंने कहा कि राजस्थान पहला राज्य है जिसमें श्रमिकों के लिए बसें चलाई है, अस्थिकलश ले जाने के लिए हरिद्वार तक निशुल्क बस सेवाएं प्रदान की हैं। उन्होंने कहा कि हमारे चिकित्सा कर्मियों, पुलिस, प्रशासन, भामाशाह द्वारा जिस सेवा भावना के साथ इस दौरान कार्य किया है उससे राजस्थान जल्दी कोरोना मुक्त प्रदेश बनेगा।
90 फीसदी रोगी ठीक करने पर बधाई
               प्रभारी मंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा कोचिंग विद्यार्थियों तथा प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी के लिए किये गये सफल प्रयासों की सराहना करते हुए अस्पताल प्रबंधन द्वारा 90 प्रतिशत से अधिक रोगियों को स्वस्थ करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि कोटा को शिक्षा नगरी के रूप में जाना जाता है, यहां देश भर के विद्यार्थी आते हैं। प्रशासन व भामाशाहों द्वारा अभिभावकों की भांति देखभाल करते हुए उन्हें घर तक पहुंचाया जिसमें कोई भी विद्यार्थी पॉजीटिव नहीं पाया गया, इसकी देश भर में सराहना हो रही है। 
        पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि संक्रमण की रोकथाम के लिए जांच का दायरा बढाना होगा। जिला प्रभारी सचिव पवन कुमार गोयल ने कहा कि इस अभियान में सभी विभाग जुड़कर अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक जन जागरूकता लाकर आमजन को कोरोना से बचाव की आदतों से अवगत कराएं। संभागीय आयुक्त केसी मीणा ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए माइक्रो स्तर पर प्लानिंग तैयार कर प्रत्येक वर्ग व प्रत्येक क्षेत्र तक जागरूकता के संदेश पहुंचाने की बात कही। अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन नरेन्द्र गुप्ता ने स्वागत भाषण में जिले में कोरोना की रोकथाम एवं लॉक डाउन के दौरान जिला प्रशासन द्वारा किये गये नवाचारों से आम लोगों को मिले लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 50 हजार से अधिक विद्यार्थियों एवं 6 हजार से अधिक श्रमिकों की घर वापसी की गई। एक लाख 52 हजार ड्राई राशन किट वितरित किये गये।
           प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. विजय सरदाना ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब 512 पॉजीटिव रोगियों को स्वस्थ किया जा चुका है। जांच के मामले में हम प्रदेश में तीसरे स्थान पर हैं। इस अवसर पर उपमहानिरीक्षक पुलिस कोटा रेंज रविदत्त गौड, जिला कलक्टर ओम कसेरा, पुलिस अधीक्षक शहर गौरव यादव, ग्रामीण राजन दुष्यंत, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, नगरपालिका कैथून चेयरमेन आयना महक, पूर्व प्रधान इटावा सरोज मीणा, पंकज मेहता, नईमुद्दीन गुड्डू सहित प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागारिक उपस्थित रहे। 

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