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अस्पतालों में ’गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम‘ के तहत निरीक्षण हेतु राज्य स्तर से कुल ४२ टीमों का गठन

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20 Apr 19
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अस्पतालों में ’गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम‘ के तहत निरीक्षण हेतु राज्य स्तर से कुल ४२ टीमों का गठन

कोटाचिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित ४२ टीमों में शामिल १०० से भी अधिक राज्य स्तरीय अधिकारी रविवार एवं सोमवार से प्रदेशभर के चिकित्सा संस्थानों का वृहद निरीक्षण कर गुणवत्तायुक्त चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। अभियान के तहत आठ टीमें विशिष्ट शासन सचिव एवं मिशन निदेशक डॉ.समित शर्मा के नेतृत्व में रविवार, २१ अप्रेल को प्रातः मुख्यालय से रवाना होंगी। शेष ३४ टीमें सोमवार को विभिन्न जिलों में निरीक्षण के लिए जाएंगी।

मिशन निदेशक डॉ.समित शर्मा ने बताया कि इन टीमों द्वारा किए जा रहे निरीक्षण प्रदेश के चिकित्सालयों द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं के गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम (क्वालिटी एश्योरेंस प्रोग्राम) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत साफ-सुथरे सुव्यवस्थित एवं अच्छी सेवाएं देने वाले राजकीय अस्पतालों को पुरस्कृत किया जाता है। निरीक्षण के दौरान अस्पताल का रखरखाव, साफ-सफाई-स्वच्छता, बायो मेडिकल कचरे का प्रबंधन, संक्रमण रोकने हेतु प्रैक्टिस, साफ पानी-भोजन की उपलब्धता एवं अस्पताल द्वारा रोगियों को प्रदान की जाने वाली अन्य सेवाओं का आकलन किया जाता है।

राज्य स्तर से अस्पतालों में दी जा रही सेवाओं के आकलन के लिए गठित टीमें राजकीय चिकित्सा संस्थानों में साफ-सफाई के साथ मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता एवं वितरण, दवा पर्चियों की ऑडिट, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना के अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा निर्धारित जांचों की उपलब्धता की जांच करेंगी।

मिशन निदेशक ने बताया कि अभियान के लिए रविवार को रवाना होने वाली आठ टीमें श्ए‘ से ’एच‘ तक गठित की गई हैं। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अलावा ये टीमें दो आकस्मिक विजिट भी करेंगी। उन्होंने बताया कि सभी निरीक्षणों के दौरान अघिशासी एवं सहायक अभियंताओं को भी मौके पर व्यक्तिगत रूप से अथवा दूरभाष पर उपलब्ध रहने के निर्देश दिए गए हैं। क्योंकि इन चिकित्सा संस्थानों में स्वच्छता एवं रखरखाव के कई मामले सिविल, इलेक्ट्रिक या अन्य तकनीकी पक्षों से जुडे होते हैं।

मिशन निदेशक ने बताया कि टीम ’ए‘ चाकसू, निवाई, टोंक, छान, दूरू, देवली, सावर, टीम ’बी‘ सांगानेर, फागी रेनवाल, रेलवाल, सोडा, डिग्गी, मालपुरा, केकडी, सरवाड, नसरीराबाद, टीम ’सी‘ भांकरोटा, बगरू, दूदू, साखून, किशनगढ, गंगवाना, सराधना, खारवा, जोधपुर, टीम ’डी‘ कालवाड, जोबनेर, नावां, कुचामन, छोटी खाटू, लारनव, रोल, नागौर, टीम ’ई‘ ब्यावर, जवाजा, बर, निमज, जैतारण, बिलाडा एवं टीम ’एफ‘ पीसांगन, रायपुर, पिपलिया, सोजत रोड, सोजत सिटी, मारवाड जंक्शन एवं रोहट के चिकित्सा संस्थानो का निरीक्षण करेगी। टीम ’जी‘ अलवर एवं टीम ’एच‘ सीकर का दौरा करेगी।

गुणवत्ता युक्त चिकित्सा सेवा देने वाले राजकीय चिकित्सालयो को ५० हजार से ५० लाख रुपए तक का पुरस्कार

मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. समित शर्मा ने बताया कि राजकीय चिकित्सालयों के गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के तहत प्रथम आने वाले जिला अस्पताल को ५० लाख एवं द्वितीय को २० लाख रु की राशि प्रदान की जाती है। ७० प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले १० जिला चिकित्सालय को ३ लाख रु का सांत्वना पुरस्कार दिया जाता है। इसी प्रकार सर्वोत्तम उप जिला अस्पताल अथवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को १५ लाख, द्वितीय को १० लाख एवं ७० प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले १०० उप जिला अस्पतालों अथवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को एक-एक लाख का सांत्वना पुरस्कार दिया जाता है।

डॉ. शर्मा ने बताया कि प्रत्येक जिले में सबसे अच्छी (प्रथम आने वाले) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को २ लाख रु का पुरस्कार एवं राज्य में ७० प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाली सभी पी एच सी को ५०००० रु का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक राजकीय चिकित्सालय का चार बार आकलन किया जाता है, जिसमें जिला स्तरीय अवार्ड समिति एवं राज्य स्तरीय पुरस्कार समिति चयन को अंतिम रूप देती है। अच्छे कार्य करने वाले एवं रोगियों को अच्छी सेवा देने वाले अस्पतालों को यह पुरस्कार अगले वर्ष २६ जनवरी को दिए जाएंगे।

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