राजस्थान सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा हिन्दुस्तान जिंक को दिव्यांगो के लिए कार्य करने वाली सवश्रेष्ठ संगठन के रूप में सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री भंवरलाल मेघवाल एवं मुख्य सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता अखिल अरोडा ने सोमवार को जयपुर में आयोजित समारोह में प्रदान किया। हिन्दुस्तान जिंक की ओर से यह पुरस्कार सीएसआर अधिकारी प्रिंसी सेन एवं कार्पोरेट अफेयर्स के कार्पोरेट अमृतांषु षर्मा ने ग्रहण किया।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा विशेष योग्यजन बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोडने के लिए १० जनवरी, २०१७ को हिन्दुस्तान जिंक के ५१वें स्थापना दिवस पर ‘जीवन तरंग जिंंक के संग‘ कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत की गयी थी जिससे हिन्दुस्तान जिंक की इकाइयों के आस-पास के क्षेत्र के विद्यालयों एवं सस्थानों की भागीदारी से ८०० से ज्यादा बच्चें लाभाविन्त हो रहे हैं। इस परियोजना के तहत विशेषयोग्यजन बच्चें जो कि सुन बोल नहीं सकतें, देख नहीं सकते या आम लोगों की तरह सोच समझ नहीं रखतें उन बच्चों को शामिल किया जाता है।
जीवन तरंग जिंक के संग कार्यक्रम इन विशेषयोग्यजन बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर तरह की सहायता के देने का प्रयास है ताकि ये बच्चे अपने परिवार के सदस्य बन सकें और सम्मानजनक जीवन जी सकें। हिन्दुस्तान जिंक ने नेत्रहीन लोगों के लिए साइन लैंग्वेज ट्रेनिंग का शुभारंभ करना तथा नेत्रहीनों को तकनॉलोजी पर आधारित शिक्षा एवं इनकी शिक्षा को सुदृढ बनाने के लिए सराहनीय कदम उठाएं हैं।