जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट उदयपुर द्वारा जिले के विभिन्न विद्यालयों में स्थापित आईसीटी लेब के प्रभावी उपयोग एवं संचालन हेतु आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण का गुरुवार को समापन हुआ। कार्यशाला में जिले के समस्त 20 ब्लॉक से 40 शिक्षको ने भाग लिया। डाइट प्रिंसीपल शीला काहाल्या ने बताया कि आरएसईआरटी उदयपुर के निर्देशन में आयोजित इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में स्थापित आईसीटी लेब के बेहतर उपयोग एवं संचालन से नवाचारों के साथ शिक्षा की गुणवत्ता में चहुंमुखी सुधार लाना है ताकि शिक्षकों के साथ साथ विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकी ज्ञान से रूबरू करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि कार्यशाला की पूर्णता पर संभागी शिक्षक अपने विद्यालयों की आईसीटी लेब को सुव्यवस्थित, रचनात्मक एवं ज्ञान एवं सूचना का केंद्र बनाकर विद्यालय प्रशासन को सशक्त एवं सामर्थ्य पूर्ण बनाने के आत्मविश्वास से परिपूर्ण हो सकेंगे। इस प्रयास से शिक्षकों एवं विद्यार्थियों दोनों में डिजिटल साक्षरता को प्रोत्साहन भी प्राप्त होगा।
डाइट के शैक्षिक तकनीक (ईटी) प्रभाग की प्रभागाध्यक्ष बीना कंवर राजपूत ने बताया कि गत मंगलवार को प्रारंभ हुई इस कार्यशाला में विद्यालयों में उपलब्ध आईसीटी लेब के विभिन्न टूल्स एवं उपकरणों के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भावना के अनुरूप शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु लैब के उपयोग के तरीके बताए गए।
ईटी सेल प्रभारी अधिकारी हरिदत्त शर्मा के अनुसार इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान दक्ष प्रशिक्षक नकुल चौबीसा द्वारा हार्डवेयर, सॉफ़्टवेयर, नेटवर्किंग, केनवा, एम एस ऑफिस, जिओ ज़ेब्रा, एआई टूल्स जैसे कहुत, स्क्रैच आदि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। साथ ही आईसीटी लैब के रखरखाव एवं मेंटेनेंस के बारे में सम्भागियों को विभागीय निर्देशों की बिंदुवार जानकारी सहित केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा निर्मित पोर्टल जैसे दीक्षा, पीएम ई-विद्या, स्वयं, स्वयंप्रभा, निष्ठा आदि की जानकारी भी दी गई।
इस दौरान सम्भागीयों की ओर से धनश्री सोनी, हिमांशु बरांडा, जय आमेटा, सत्यदेव गुप्ता, रोहित मेनारिया तथा ज्योति सोलंकी ने सक्रिय रूप से अपना योगदान किया।