उदयपुर। उदयपुर जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर बुधवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई। बैठक में संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को गणना प्रपत्र, भौतिक मैपिंग, मतदाता सूची के शुद्धिकरण व पुनरीक्षण की प्रकिया पर विस्तार से जानकारी दी। संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी ने बताया कि जिले में पूर्ण पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ विशेष गहन पुनरीक्षण जारी है। इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों की जिज्ञासाओं और शंकाओं का समाधान करते हुए उन्होंने बताया कि जिले में 27 अक्टूबर, 2025 की स्थिति के अनुसार 19 लाख 62 हजार 340 मतदाता हैं। इनमें से 66.2 प्रतिशत मतदाताओं की 2002 और 2025 की मतदाता सूचियों से मिलान के उपरांत भौतिक मैपिंग हो चुकी है। यानी मौजूदा परिस्थितियों में 66.2 फीसदी मतदाताओं को एसआईआर के दौरान कोई दस्तावेज नहीं देना पडे़गा अभी यह आंकड़ा और बढ़ेगा। एसआईआर के दौरान बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्र देंगे और ये गणना प्रपत्र वापस संकलित भी करेंगे। भरे हुए गणना प्रपत्र के साथ भी कोई दस्तावेज जमा नहीं करवाना होगा।
27 अक्टूबर, 2025 तक 40 वर्ष से अधिक आयु के 90.11 प्रतिशत मतदाताओं की बीएलओ एप मैपिंग हो चुकी है, जबकि 40 वर्ष से कम आयु के 33.83 प्रतिशत मदाताओं की मैपिंग हो चुकी है। इस दौरान सभी राजनीतिक दलों ने सहमति जताई कि हर पात्र नागरिक का नाम सूची में शामिल होना चाहिए और अपात्र का नाम हटना चाहिए। बैठक में भाजपा से गजपाल सिंह राठौड़, देवीलाल सालवी, मनीष शर्मा, शांतिलाल जैन, दीपक शर्मा, डॉ. पंकज बोराणा, कांग्रेस से फतहसिंह राठौड़, कचरूलाल चौधरी, अरूण टांक, दिनेश दवे, डॉ. संजीव राजपुरोहित, बसपा से सुरेश कुमार मेघवाल आप से मोहम्मद हनीफ, बीएपी से अमित खराड़ी, सीपीआई से हिम्मत चांगवाल और गेबीलाल आदि उपस्थित थे।