उदयपुर : अपनी प्रमुख सीएसआर पहल पी एंड जी शिक्षा के माध्यम से वंचित समुदायों पर 20 वर्षों से सकारात्मक प्रभाव डालने का जश्न मनाते हुए, टाइड, विक्स, जिलेट जैसी ब्रांड्स बनाने वाली पीएंडजी इंडिया ने प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के साथ मिलकर राजस्थान में वंचित बच्चों के लिए एक विशेष और बड़े स्तर का समर लर्निंग कैंप आयोजित किया। ' सीएएमएएल (अधिकतम सीखने के लिए संयुक्त गतिविधियाँ) नामक इस कैंप का उद्देश्य सभी भाग लेने वाले बच्चे गर्मी की छुट्टियों का उपयोग कर पढ़ने की समझ, मौखिक और लिखित रूप से विचार व्यक्त करने की क्षमता, और गणित एवं विश्लेषणात्मक कौशल विकसित करने में सक्षम बनाना था ।
राजस्थान में इस कार्यक्रम के तहत लगभग 18,600 युवा स्वयंसेवकों को जोड़ा गया, जिन्होंने मिलकर वंचित समुदायों के 2.44 लाख से अधिक बच्चों को शिक्षित किया– जिससे गर्मियों का मौसम तेज़ी से सीखने का अवसर बन गया। इस कैंप का आयोजन राज्य सरकार, स्थानीय प्रशासन, एनजीओ और कॉलेजों के सहयोग से किया गया।
इनाक्षी देवा – प्रमुख, सीएसआर और कम्युनिकेशंस, प्रॉक्टर एंड गैम्बल इंडिया ने कहा कि पी एंड जी शिक्षा में हम मानते हैं कि सीखने की प्रक्रिया कभी रुकनी नहीं चाहिए—खासकर वंचित समुदायों के बच्चों के लिए। हमें सीएएमएएल का कैंप 2025 के लिए प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के साथ साझेदारी करते हुए बेहद गर्व हो रहा है! हमारे स्वयंसेवकों के साथ मिलकर, हम बच्चों की गर्मी की छुट्टियों को फिर से परिभाषित कर रहे हैं-एक ऐसा समय जब आमतौर पर बच्चों की सीखने की गति धीमी हो जाती है, उसे हम एक ऐसा अवसर बना रहे हैं जिसमें बच्चे खेल-आधारित गतिविधियों के ज़रिए पढ़ने और गणित की बुनियादी क्षमताओं को मज़ेदार तरीके से सीख सकें।
प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की सीईओ रुक्मिणी बनर्जी ने कहा कि 2025 हमारे लिए एक खास साल है क्योंकि हम प्रथम की 30वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। यह हमारे दीर्घकालिक भागीदार पी एंड जी शिक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण कदम है, जो 20 साल पूरे कर रहा है। ऐसे में हमें लगा कि यह कुछ बड़ा और प्रभावशाली करने का सही समय है। इसी सोच से सीएएमएएल का कैंप 2025 का विचार आया - एक ऐसा समर अभियान जिसका उद्देश्य उन बच्चों की बुनियादी क्षमताओं को मजबूत करना है जो प्राथमिक से मिडिल स्कूल (कक्षा 5 से 6) में प्रवेश कर रहे हैं)। इनमें से कई बच्चों ने कोविड-19 महामारी के कारण अपनी शुरुआती स्कूली शिक्षा के वर्ष खो दिए थे, और उन्हें पढ़ना, लिखना और गणित जैसी मूलभूत क्षमताओं को मज़बूत करने के लिए मदद की ज़रूरत है ताकि वे गर्मी की छुट्टियों के बाद आत्मविश्वास और बेहतर क्षमता के साथ कक्षा 6 में प्रवेश कर सकें।