उदयपुर। उदयपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सदस्य सीए केशव मालू (केशव मालू एण्ड एसोसिएट्स), को 16 जून 2025 को जीएसटी भवन, उदयपुर में आयोजित जीएसटी कॉन्क्लेव में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था।
उन्होंने जीएसटी आयुक्तालय द्वारा आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में यूसीसीआई का प्रतिनिधित्व किया। अपने भाषण के दौरान, सीए मालू ने साझा किया कि जीएसटी ने करों के श्रृंखलाबद्ध प्रभाव को समाप्त करने में कैसे एक परिवर्तनकारी भूमिका निभाई है।
उन्होंने इनपुट मैचिंग सिस्टम की भूमिका, कर संरचनाओं के ओवरलैप को सरल बनाने और कर व्यवस्था में पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
उन्होंने महत्वपूर्ण प्रावधानों जैसे कि धारा 51 (जीएसटी के तहत टीडीएस), धारा 53 (इनपुट टैक्स क्रेडिट का हस्तांतरण), सीएसआर खर्चों पर आईटीसी की अनुपलब्धता, और आईएसडी (इनपुट सर्विस डिस्ट्रीब्यूटर) पंजीकरण में स्पष्टता और तर्कसंगतता की आवश्यकता पर अपने विशेषज्ञ विचार भी साझा किए।
इसके अलावा, उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में जीएसटी के महत्व को उजागर किया और इस वर्ष जीएसटी के कार्यान्वयन की आठवीं वर्षगांठ के रूप में इस मील के पत्थर को चिह्नित किया।
यूसीसीआई के अध्यक्ष श्री मनीष गलुंडिया भी सम्मेलन में उपस्थित थे, जिन्होंने यूसीसीआई के प्रतिनिधित्व के लिए अपना समर्थन दर्शाया और इस प्रकार के महत्वपूर्ण सत्र में सक्रिय भागीदारी की प्रोत्साहना की।
इस कार्यक्रम को कई प्रमुख व्यक्तियों ने संबोधित किया, जिसमें श्री डी. एस. मीना (आयुक्त, जीएसटी), श्री रोशन लाल (संयुक्त आयुक्त, जीएसटी), और श्री मधुसूदन (वक्ता) शामिल थे।
यूसीसीआई की ओर से श्री मनीष गलुण्डिया ने इस महत्वपूर्ण परिचर्चात्मक सत्र का आयोजन करने के लिए सीजीएसटी विभाग का आभार व्यक्त किया।