उदयपुर। ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे पलायन को रोकने के लिए क्षेत्र के युवाओं एवं महिलाओं को कौशल विकास तथा स्थानीय रोजगार के लिए प्रशिक्षण दिये जायेंगे तथा किसानों को बागवानी के लिए उन्नत बीज एवं फलदार पेड़ उपलब्ध कराये जायेंगे। साथ ही विद्यालयों में मैथ लैब एवं रोबोटिक्स लैब स्थापित की जावेगी। सिंचाई की समुचित व्यवस्था के लिए कुओं को गहरा करने व नवीन एनिकट के निर्माण भी किये जावेंगे।
जिले में उदयपुर शहर, उदयपुर ग्रामीण, खेरवाड़ा, झाडोल एवं गोगुन्दा विधान सभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री खनीज क्षेत्र कल्याण योजना (डीएमएफटी) अन्तर्गत विभिन्न विकास कार्याे को स्वीकृत किया गया।
इन कार्याे को स्वीकृत करने के लिए उदयपुर के सांसद डॉ. मन्ना लाल रावत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का किया आभार व्यक्त किया हैं
ये कार्य हुवे स्वीकृत-
1.क्षेत्र के विद्यार्थीयों एवं महिलाओं के कौशल विकास एवं आजीविका वर्द्धन हेतु प्रशिक्षण के लिए 600 लाख,
2.राजकीय विद्यालयों के भवन मरम्मत एवं नये कक्षा कक्ष के लिए 625 लाख,
3.किसानों को उन्नत बीज एवं बागानी हेतु फलदार पेड़ उपलब्ध कराने हेतु 129 लाख ,
4.नवीन एनीकट निर्माण, हेण्डपम्प, कुओं को गहरा करने, पनघट निर्माण, तालाब सौन्दर्यकरण एवं नहर के निर्माण हेतु कुल 800 लाख रु.
5.11 पी.एचसी भवनों के मरम्मत हेतु 55 और
6.सड़क निर्माण, पुलिया निर्माण एवं अन्य विकास कार्यों के लिए 329 लाख स्वीकृत सांसद रावत द्वारा स्वीकृत कराये गये।