उपस्थित आचार्य एवं दीदीयों को जल मित्र डॉक्टर पीसी जैन ने सुबह से लेकर शाम तक किस तरह पानी की बूंद बूंद बचाये और वर्षा काल में पानी कैसे बढ़ाएं इसकी सरलतम विधि जो इस विद्यालय में लगी है उसके बारे में बताया ताकि आने वाली वर्षा काल से पूर्व सभी आचार्य अपने-अपने विद्या निकेतन स्कूल में ऐसी व्यवस्था कर सके एवं हर विद्यार्थी को पानी की हर बूंद बचाने का तरीका भी बताएं।
अगले सत्र में नशा मुक्ति अभियान में लगे इन्हीं डॉक्टर पीसी जैन ने नशेड़ी छात्र को जल्दी से जल्दी कैसे पहचाने ताकि नशा बढ़ने से पूर्व ही उसका इलाज किया जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसे छात्र को या छात्रा को अकेले में नशे के बारे में समझाया जाए और उसका इलाज कराया जाए तो उसे नशे से मुक्त किया जा सकता है। मुंह का पूरा न खुलना, व्यवहार बदल जाना, स्कूल से छुट्टी मनाना, छोटी-छोटी बातों पर क्रोधित होना, वस्त्र एवं शारीरिक रूप से अस्त व्यस्त रहना, पढ़ाई में मन ना लगना। यह कुछ प्रारंभिक लक्षण है जिसे हर शिक्षक को पहचानना चाहिए।
शिविर में नारायण जी गमेती संघ के सह प्रांत कार्यवाह, ओम जी सुखवाल जिला सचिव उदयपुर जिला विद्या भारती भी उपस्थित रहे ।शिविर का नाम विद्या भारती संस्थान चित्तौड़ प्रांत द्वारा आयोजित शारीरिक एवं योग शिक्षा 7 दिन का प्रशिक्षण आयोज्य वर्ग 3 मई से 9 मई तक आयोजित किया गया | श्री महेंद्र सिंह जी सिसोदिया एवं शिविर के पालक अधिकारी श्री राजेंद्र जी शर्मा योग विषय के राजस्थान क्षेत्र के प्रमुख भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। आचार्य एवं दीदीयों की संख्या 225 रही जो विभिन्न जिलों से उपस्थित रहे।
उन्होंने सभी शिक्षकों से संकल्प दिलवाया की कि वे नशा छुड़ाने में एवं जल संरक्षण के हर अभियान में पूर्णतया भाग लेंगे।।