(उदयपुर जिले के मूल निवासी प्रसिद्व जगतगुरू रामानुजाचार्य के कई वर्शो बाद उदयपुर आगमन पर त्रिमेस ने किया स्वागत)
उदयपुर ०८/०४/२०२३। वर्तमान समय में हमें आपसी एकता, प्रेम एवं भाईचारे की भावना को बढाना होगा। धर्म के नाम पर किसी व्यक्ति को नुकसान पहुचाना यह भारतीय संस्कृति का संस्कार नही है। हिंसा ,तनाव और रोश को त्याग कर आपसी सौहार्द को मजबुत करना होगा नई पिढि अपने धार्मिक ग्रन्थ एवं अच्छे साहित्य को पढे। नई तकनिक के उपयोग में सतर्कता भी आवष्यक है। उक्त विचार वाराणसी के प्रसिद्व जगतगुरू रामानुजाचार्य स्वामी गोपालाचार्य जी महाराज के कई वर्शो बाद अपने षिश्यो सहित अपने गृह जिले में आगमन पर श्री त्रिवेदी मेवाडा ब्राह्मण समाज, उदयपुर (त्रिमेस) द्वारा उनका स्वागत करने के पष्चात् व्यक्त किए गए।
उदयपुर जिले के सराडा पंचायत समिति के सल्लाडा ग्राम के मूल निवासी जो बाल्यकाल से सनातन धर्म एवं प्रभु भक्ति में लिन होकर सन्यासी बन गये वर्तमान में उत्तर प्रदेष के वाराणसी में निवास कर रहे है अपने तिन दिवसीय प्रवास पर षिश्यों सहित कई वर्शो बाद उदयपुर प्रधारे थे जो कल पुन उत्तर प्रदेष प्रस्थान करेगे।
आज शहर के हिरण मगरी उपनगर स्थित सेक्टर ३ मे श्री त्रिवेदी मेवाडा ब्राह्मण समाज, उदयपुर के संरक्षक लक्ष्मीनारायण पण्ड्या, समाज के उपाध्यक्ष विनोद पाण्डे, समाज सेवी डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या, अशोक उपाध्याय, रघुवंष षर्मा, धर्मेंद्र दवे सहित त्रिमेस समाजजनो द्वारा अभिनन्दन किया गया।