उदयपुर । राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव द्वारा जारी निर्देशों की पालना एवं भिक्षावृति मुक्त प्रदेश की दिशा में उदयपुर जिला कलक्टर ताराचन्द मीणा के निर्देशन में जिला प्रशासन उदयपुर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं स्थानिय स्वयं सेवी संस्थाए मिलकर विशेष अभियान का संचालन करेगी। जिसके तहत भिक्षावृति में संलग्न लोगों के पूनर्वास एवं समझाइश का कार्य होगा। उक्त विचार उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, उदयपुर मांधता सिंह राणावत ने आज उदयपुर कार्यालय में आयोजित सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं की बैठक को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
बैठक में राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य एवं बाल अधिकार विशेषज्ञ डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष २०१४-१५ में भी इस प्रकार का अभियान संचालित किया गया था, परन्तु इस प्रकार के अभियान के नियमित एवं सतत् होने से ही भिक्षावृति मुक्त उदयपुर का सपना साकार होना सम्भव हो पाएगा। समझाइश के साथ प्रशासन केा राजस्थान भिखारियों या निर्धन व्यक्तियों का पुनर्वास अधिनियम, २०१२ एवं किशोर न्याय अधिनियम, २०१५ अन्तर्गत भी कार्यवाही को स्थानिय संस्थाओं एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग से सुनिश्चित करना चाहिए।
इस अवसर पर पुलिस विभाग के प्रतिनिधी के रूप में उप अधिक्षक, उदयपुर महेन्द्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि आदतन एवं छोटे बच्चो से भिक्षावृति करवाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।
नगर निगम के प्रशासनिक अधिकारी शैल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि बेसहारा परिवार के संरक्षण एवं रहने की सुविधा हेतु निगम जल्द ही कोई आश्रय गृह या रेन बेसरा सुनिश्चित करवाएगा।
इस अवसर पर सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग मीना शर्मा, बाल कल्याण समिति, उदयपुर के अध्यक्ष ध्रुव कुमार कवीया, नोडल अधिकारी हेमन्त खटीक सहित बाल कल्याण समिति के सदस्यो ने भी अपने सुझाव दिए।
बैठक के पश्चात् उदयपुर के चेतक चौराहा एवं सुखाडिया सर्कल पर प्रशासन के आला अधिकारी, डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या एवं स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा समझाइश की गई। कल दिनांक ०३ नवम्बर से कार्यवाही की जाएगी।
आज बैठक एवं समझाइश में जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, बाल कल्याण समिति, गायत्री सेवा संस्थान, श्री हरि चरण सेवा संस्थान, राष्ट्रीय मानवाधिकारी आयोग ट्रसट, राहडा फाउन्डेशन, दिपक संस्थान, तारा संस्थान, जिला परिविक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी उदयपुर उपस्थित रहे।