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राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय एवं आईसीएसआई के बीच हुआ एमओयू

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25 Nov 20
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राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय एवं आईसीएसआई के बीच हुआ एमओयू

उदयपुर   / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डिम्ड टू बी विवि एवं भारतीय कम्पनी सचिव संस्थान और विश्वविद्यालय के बीच एमओयू आईसीएसआई के बीच बुधवार को प्रतापनगर स्थित प्रशासनिक भवन में अकादमिक सहयोग के लिए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, सीएस के अध्यक्ष आशीष गर्ग, चेयरमैन सुरेश पाण्डे, उदयपुर चेप्टर के सीएस मोहित भाणावत, नागेन्द्र डी.राव, निदेशक अनिता शुक्ला, रजिस्ट्रार डॉ. हेमशंकर दाधीच ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि विश्व विद्यालय के छात्रों एवं शिक्षकों हेतु अब नए अकादमिक अवसरों का सृजन होगा जिससे दोनो संस्थाओं द्वारा फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम, स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम, भारतीय कम्पनी सचिव संस्थान द्वारा वार्षिक मेडल टॉपर, दोनो संस्थानों द्वारा अपने अकादमिक कंटेट की फ्री उपलब्धता सुनिश्चित करना। भावी पीढी को गुणवत्ता आधारित शिक्षा एवं रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम के तहत वाणिज्य संकाय के छात्रों को देश भर के छात्रों के साथ समंजस्य हो इस उद्देश्य को लेकर सीएस के साथ आज एमओयू हुआ है। संस्थान के देश भर में लाखों छात्र है जो इस संस्थान से जुडे हुए है। सीएस के अध्यक्ष आशीष गर्ग ने कहा कि अकादमिक सहयोग का उद्देश्य आईसीएसआई और विभिन्न विश्वविद्यालयों और राष्ट्रीय संस्थाओं के बीच ज्ञान का आदान प्रदान करना और छात्र छात्राओं, शिक्षाविद्ो और पेशेवरों क कौशल को बढावा देना है। सहयोग के तहत इन विश्वविद्यालयों के विशिष्ट कार्यक्रमों के टापर्स को संस्थान सिग्नेचर अवार्ड गोल्ड मेडल और कम्पनी सेक्रटरी कोर्स करने के लिए छात्रवृत्ति देना है। उन्होने कहा कि संस्थान अब तक देशभर में 53 शैक्षणिक संस्थाओं के साथ एमओयू कर चुका है और उदयपुर में विद्यापीठ विश्वविद्यालय पहला विश्वविद्यालय होगा जिसके साथ सीएस ने एमओयू किया है। वर्तमान में कम्पनी सचिव संस्थान में 62 हजार सदस्य तथा 05 लाख विधार्थी है। सीएस से सुरेश पाण्डे ने एमओयू पर हस्ताक्षर करते हुए कहा कि यह बहुत ही गर्व की बात है कि आज आईसीएसआई और राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विवि के बीच एमओयू हुआ है। 1937 में स्थापित इस संस्था ने देश ही नही पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बनाई है। एमओयू के तहत संयुक्त शैक्षिक अनुसंधान, संयुक्त कार्यशालाओं, व्यावसायिक विकास और संकाय कार्यक्रमों के साथ साथ साधनो के बटवारे, सम्मेलनों, कार्यशालाओं और सेमिनारो में व्यापक भागदारी की सुविधा प्रदान करेगा। उन्होने कहा कि सीएस ़एक स्वायत्तसासी संस्था है यह पार्लियामेंट एक्ट के द्वारा 1980 में बनी संस्था है जो देश भर के सीएस के द्वारा आये सुझावों को पार्लियमेंट में भेजती है जिससे सरकार द्वारा बनाई जानी भावी योजनाअेां में इसको आभार बना कर बनाई जाती है।   संस्थान द्वारा समाज में गुड गर्वनेस का काम कर रहे है हमारी कम्पनिया भारत व विदेशों में  भी काम कर रही है। देश भर में 74 कम्पनिया काम कर रही है 04 रिजनल आफिस है। प्रारंभ में निदेशक प्रो. अनिता शुक्ला ने  अतिथियों का स्वागत करते हुए एमओयू के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर संस्थान के  रोनक झुटावत, महिपाल सिंह सोलंकी, डॉ. हीना खां, डॉ. निरू राठोड, डॉ. निशा चौहान, डॉ. विवेक शर्मा, डॉ. विनित जैन, डॉ. दिनेश श्रीमाली, उपस्थित थे। संचालन डॉ. तरूण श्रीमाली ने किया जबकि आभार मोहित वानावत ने दिया।


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