उदयपुर । Corona virus की महामारी से उत्पन्न परिस्थिति से निपटने के लिये उदयपुर चेम्बर ऑफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री एवं सदस्य एसोसिएशनों द्वारा कई कदम उठाये जा रहे हैं।
यूसीसीआई के अध्यक्ष श्री रमेश कुमार सिंघवी ने सरकार द्वारा जारी किये गये दिशानिर्देशों के अनुसार कार्यालयों और फैक्ट्रीयों में भीड से बचने के निर्देश दिये गये हैं एवं धारा 144 के अनुरूप पांच से अधिक लोगों के एक साथ एक स्थान पर एकत्रित नहीं होने की अनुपालना हेतु सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिये गये हैं।
UCCI के सदस्य संगठन पायरोटेक टेम्पसन्स समूह के श्री वी.पी. राठी ने जानकारी दी है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ डाॅ. अरूण बापना द्वारा उनके ग्रुप की औद्योगिक इकाईयों के कर्मचारियों हेतु गत दो दिन से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है तथा सभी कार्यस्थलों पर हैण्ड सेनिटाईजर एवं लिक्विड सोप की पूर्ण व्यवस्था की गई है।
यूसीसीआई के सदस्य संगठन मैसर्स मैकसन लैबोरेट्रीज के निर्देशक श्री अचल अग्रवाल ने यह दावा किया है कि उनकी कम्पनी ने कोविड - 19 के ईलाज हेतु नैनो टैक्नोलाॅजी आधारित एन्टी वायरल उत्पाद विकसित किया है जो कि 24 से अधिक वायरस पर अत्यन्त कारगर है। इस सन्दर्भ में उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलाॅजी, पूणे को सेम्पल भेजे हैं तथा स्वास्थ्य मंत्रालय और आई.सी.एम.आर. के साथ सम्पर्क में हैं।
उदयपुर चेम्बर ऑफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री के अध्यक्ष श्री रमेश कुमार सिंघवी ने बताया कि यूसीसीआई की ओर से सभी सेवाएं Online प्रदान की जा रही हैं तथा कर्मचारियों को कम से कम लोगों के सम्पर्क में आने की हिदायत दी गई है। साथ ही कार्यस्थलों की साफ-सफाई हेतु हाईपोक्लोराईड साॅल्यूशन को इस्तेमाल में लाने, मास्क एवं हैण्ड सेनिटाईजर उपयोग में लाने आदि बचाव के उपाय किये जा रहे हैं।
कुछ संस्थानों में एवं लगभग सभी शैक्षणिक संस्थानों में दिनांक 31 मार्च तक छुट्टी दे दी गई है तथा मार्च माह में होने वाले सभी कार्यक्रम रद्द कर दिये गये हैं।
वित्तीय वर्ष की समाप्ति अर्थात 31 मार्च निकट होने से काफी उद्योगों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को दिक्कतें पेश आ रही है। चूंकि करोना वाइरस के कारण विभागीय काम पर भी असर पडा है। इसको देखते हुए यूसीसीआई की ओर से केन्द्रीय वित्तमंत्री श्रीमति निर्मला सीतारमण एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को इस सन्दर्भ में प्रतिवेदन प्रेषित किया जा रहा है जिसमें आयकर एवं जीएसटी की रिटर्न फाईलिंग की तारीख आगे खिसकाने की मांग की जा रही है।