सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि आज की चुनौती के दौर में सकारात्मक एवं सामाजिक समरसता के सोच के साथ पत्रकारिता करने की आवश्यकता है। इसी से नये भारत का निर्माण संभव है। श्री चतुर्वेदी बुधवार को दैनिक नवज्योति के 80वें स्थापना वर्ष के उपलक्ष्य में उदयपुर के मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में आयोजित समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं इंटरनेट के तीव्र दौर में तेजी से खबरे पहुंचाने की हौड़ मची हुई है ऐसे में तथ्यात्मक, सत्य घटनाक्रम एवं जनता एवं समाज को सकारात्मक संदेश देने वाले समाचारों को ही तरजीह दिये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संचार माध्यमों के जरिये किसी भी समाचार के सकारात्मक एवं नकारात्मक पहलु पर अवश्य गौर कर लेना चाहिए जिससे उसका विपरीत असर न पड़े।उन्होंने दैनिक नवज्योति की स्वाधीनता आंदोलन में क्रांतिकारी भूमिका को याद करते हुए कहा कि 1942 के आंदोलन में सच्चाई के मार्ग पर चलते नवज्योति पर प्रतिबंध भी लगाया गया था।
श्री चतुर्वेदी ने कहा कि आजादी के बाद से ही नवज्योति पहला अखबार है, जिसने एक सोच और प्रेरणा के साथ अपनी बात आमजन एवं सरकार तक पहुंचाई। जो प्रदेशभर के अखबारों के लिए नया प्लेटफार्म भी साबित हुआ। इस अवधि में पत्रकारिता के क्षेत्र में आई चुनौतियों को भी समझा और उसके अनुरूप खुद को ढाला। नवज्योति ने 80 साल के दौर में कई परिवर्तन देखे हैं और सकारात्मक सोच के साथ नए भारत के निर्माण में योगदान किया है।
विशिष्ट अतिथि वल्लभनगर विधायक रणधीरसिंह भींडर ने कहा कि 80 साल पहले जिस पौधे को कप्तान चौधरी ने लगाया जो प्रदेशभर में पल्लवित हो गया है। उन्होंने कहा कि पत्रकार कई विपरीत परिस्थितियों में हमारे लिए समाचार खबरों का संकलन करते हैं, ऐसे में उन्हें प्रोत्साहित करना भी जरूरी है। नवज्योति की यह पहल सराहनीय है।
विशिष्ट अतिथि उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने कहा कि मेवाड़ के ग्रामीण क्षेत्रों में नवज्योति ने अपने इस अल्प समय में ही वर्चस्व स्थापित किया है। नवज्योति की तथ्य परक लेखनी और खबर की हर बारीकियों को उजागर करने की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष मेयर चंद्रसिंह कोठारी ने कहा कि दैनिक नवज्योति अपने ढाई साल की अल्पावधि में ही पाठकों की रूचि में शुमार हो गया है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रधान संपादक दीनबंधु चौधरी ने कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान को लेकर संस्मरण सुनाए। इसमें बिजौलिया सहित कई आंदोलन में उनकी लेखनी की जानकारी दी। जयपुर संस्करण के चीफ रिपोर्टर एलएल शर्मा ने पुरस्कार समारोह से संबंधित जानकारियां दी। इस अवसर पर पूर्व विधायक अशोक नवलखा, उपमहापौर लोकेश द्विवेदी, जिला कलक्टर रोहित गुप्ता, पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल, एमपीयूएटी के कुलपति प्रो. उमाशंकर शर्मा, डेयरी अध्यक्ष गीता पटेल, प्रमुख समाजसेवी प्रमोद सामर, विजय प्रकाश विप्लवी, नवज्योति के निदेशक हर्ष चौधरी व नरेंद्र चौधरी, प्रतिभा चौधरी एवं शालिनी चौधरी व उदयपुर संस्करण के एजीएम बीएम गोयल उपस्थित थे।
इन पत्रकारों का हुआ सम्मान
इस अवसर पर 2016 का कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी पत्रकारिता पुरस्कार चित्तौड़गढ़ निम्बाहेड़ा के संवाददाता डॉ. जे.एम. जैन को प्रदान किया गया। प्रथम पुरस्कार के रूप में जैन को 31 हजार रुपए प्रदान किए गए। सात अन्य पुरस्कारों में 11-11 हजार रुपए प्रदान किए गए। इसमें दैनिक नवज्योति पाली के ब्यूरो प्रमुख राजीव अग्रवाल, बाड़मेर के ब्यूरो प्रमुख सुरेश जाटोल, जोधपुर पीपाड़सिटी के संवाददाता एम हुसैन डायर, जालौर भीनमाल के संवाददाता आसुसिंह राव, अजमेर केकड़ी के संवाददाता सुरेन्द्र जोशी, उदयपुर फतेहनगर के संवाददाता शिवपुरी गोस्वामी और उदयपुर के फोटोग्राफर रमेश खतुरिया का सम्मान हुआ।
इन विभूतियों ने पाया सम्मान
समारोह में समाज में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने पर वेदांता समूह के पवन कौशिक, पेसिफिक ग्रुप के राहुल अग्रवाल, गीतांजलि मेडिकल ग्रुप के अंकित अग्रवाल, जीबीएच ग्रुप के डा. आनंद झा, इंदिरा आईवीएफ ग्रुप के डा. क्षितिज एवं नीतिज मुर्डिया, अर्थ डायग्नोस्टिक ग्रुप के डा. अरविंदर सिंह, राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत, जाग्रति हर्ब्स और सुक्ष्म कृति कलाकार चंद्रप्रकाश चित्तौड़ा को भी सम्मान दिया गया।