उदयपुर, झीलों में निरंतर होने वाले कचरा व गंदगी विसर्जन को रोकने के लिए जनजागृति , समझाईश एवं दण्ड, यह तीनों साथ साथ चलने चाहिए। यह विचार रविवार को आयोजित झील संवाद में रखे गए। कार्यक्रम का आयोजन झील मित्र संस्थान, झील संरक्षण समिति एवं गांधी मानव कल्याण सोसाइटी द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्रमदान कर पिछोला से जलीय खरपतवार, विविध प्रकार की तैरती गंदगी को हटाया गया। श्रमदान में तेज शंकर पालीवाल, नंद किशोर शर्मा, इस्माइल अली दुर्गा, डॉ अनिल मेहता, कुशल रावल , मानव सिंह, रामलाल गहलोत, द्रुपद सिंह, रमेश चंद्र राजपूत, रितेश शेखावत, मोहन सिंह चौहान , कुणाल कोष्टी, रितु राजपूत एवं स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया।