उदयपुर, भारतीय लोक कला मण्डल में स्वामी विवेकानन्द द्वारा वर्श १८९३ में षिकागों की धर्म सभा में दिये भाशण की १२५ वीं वर्श गाठ के अवसर पर स्वामी विवेकान्द की जीवनी एवं दर्षन को प्रतिपादित करने वाली कठपुतली नाटिका ’’स्वामी विवेकान्नद‘‘ का दिनांक ११ सितम्बर २०१८, मंगलवार को भारतीय लोक कला मण्डल के ’’मुक्ताकाषी‘‘ रंगमंच पर प्रस्तुत किया गया।
संस्था के निदेषक डॉ लईक हुसैन ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारम्भ में संस्था के मानद सचिव दौलत सिंह पोरवाल ने मुख्य अतिथि बी.के. मोहन्ती ( भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण विभाग, उदयपुर )का माल्यापर्ण कर स्वागत किया उसके पष्चात संस्था के उपाध्यक्ष रियाज तहसीन, मानद सचिव दौलत सिंह पोरवाल और मुख्य अतिथि बी.के. मोहन्ती ने स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की षुरूआत की।
उन्होने बताया कि स्वामी विवेकानन्द के १५० वें जन्म षताब्दी वर्श के आयोजन के अवसर पर रामकृश्ण मिषन, नई दिल्ली के सहयोग से भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर द्वारा स्वामी विवेकानंद के आदर्ष एवं दर्षन को आमजन तक पहुचॉने के उद्धेष्य से वर्श २०१३ में कठपुतली नाटिका स्वामी विवेकान्नद तैयार किया जिसके अब तक भारत के विभिन्न राज्यों में २७० तथा अमेरिका, कनाडा, मलेषिया, सिंगापुर, लन्दन, स्कॉटलैंड, आयरलैंड में ३१ प्रस्तुतिया हो चूकी है।
उन्होने यह भी बताया कि कार्यक्रम में दर्षकों ने कठपुतली नाटिका को पसंद किया और उसकी सरहाना की।
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