GMCH STORIES

कबड्डी और कोरोना ....

( Read 5922 Times)

29 May 21
Share |
Print This Page

विलास जानवे

कबड्डी और कोरोना ....

अपना पाला हर कीमत , सम्भाले रखना..
अपने घर और पाले में, ध्यान से रहना.
 जैसे दुश्मन टीम का बंदा, अपने पाले में आये..
  वह हमारी लाइन  भी,  टच नहीं कर पाये  
   तन्दरुस्ती, चुस्ती, फुर्ती ताकत,  खूब दिखाना
   वहीँ लाइन पर उसको,  रोके रखना
   खूब घुमाना  खूब छकाना, और थकाना
  और मौका पाते ही, घेर दबोच लेना ....
  पोइंट कमाना पोइंट कमाना पोइंट कमाना
 
 जब अपनोँ के बाहर जाने की,  बारी आये
  कमज़ोरोँ को तो,  पाले में ही रखा जाये
  मज़बूत खिलाडी ही,   घर से बाहर जाये  
   मास्क और सुरक्षा को, चोकन्ना हो अपनाये
मुह पर मास्क है इसलिये कबड्डी कबड्डी बोलने की ज़रुरत नहीं हैं ।
 स्टेमिना भरपूर हो  फिर भी किसी को छूने की ज़रुरत नहीं है।  
बस सामने के पाले की लाइन टच कर, तुरंत लौट आना है।
पिछले गेम में जो कुछ खोया , गम उसका नहीं करना है.
 इस गेम में हर पोइंट के लिये,  एक जुट हो जाना है ...और जानी..
    बिना किसी नुकसान के, गेम पूरा जीतना है..
    हिम्मत, अनुशासन, भाई चारे से, कोरोना हराना है और
   सब को मिल कर.. विजय उत्सव मनाना है.....
  विजय उत्सव मनाना है.. विजय उत्सव मनाना है.
 


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : Literature News
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like