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शिक्षा निदेशालय बीकानेर का किया अवलोकन, शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने पर दिया

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03 Jun 25
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शिक्षा निदेशालय बीकानेर का किया अवलोकन, शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने पर दिया

गोपेन्द्र नाथ भट्ट 

जयपुर/बीकानेर । विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने

सुझाव दिया है कि विद्यार्थियों को विधानसभा की कार्यवाही दिखानी चाहिए ।

बीकानेर में शिक्षा निदेशालय का अवलोकन करते  हुए उन्होंने माध्यमिक और प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शैक्षणिक एवं अन्य व्यवस्थाओं पर चर्चा की।

इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि निदेशालय के अधिकारी कर्मचारी अतिरिक्त संवेदनशीलता से कार्य करें, जिससे राज्य भर के शिक्षकों और कर्मचारियों की वाजिब आवश्यकताओं और समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण हो सके। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया और इसके लिए सतत तौर पर नवाचार करने की बात कही।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा मेधावी विद्यार्थियों को विधानसभा के अवलोकन के लिए शैक्षणिक भ्रमण पर भेजा जाए। इसके लिए निदेशालय स्तर पर कार्यक्रम निर्धारित हो। स्कूली विद्यार्थियों को विधानसभा की कार्यवाही भी दिखाई जाए, जिससे उन्हें इस प्रकिया की जानकारी हो सके। उन्होंने विधानसभा में आयोजित यूथ पार्लियामेंट और बच्चों से संबंधित अन्य नवाचारों की जानकारी दी।

विधानसभा अध्यक्ष ने जिलों में युवाओं के लिए वाचनालय प्रारंभ करने का सुझाव भी दिया और कहा कि इनमें सभी आवश्यक अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएं, जिससे जरूरतमंद बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें।

इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने निदेशालय के समाधान कक्ष का अवलोकन किया। माध्यमिक शिक्षा निदेशक श्री आशीष मोदी ने समाधान कक्ष में प्रकरण प्राप्त होने से लेकर इसके निस्तारण तक की कार्यप्रणाली के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि समाधान कक्ष के माध्यम से कार्मिकों की परिवेदनाओं के निस्तारण और इसके समयबद्धता में इजाफा हुआ है। विधानसभा अध्यक्ष ने निदेशालय परिसर में संचालित शिशु पालना गृह (क्रेच) का अवलोकन भी किया और यहां की व्यवस्थाओं को सराहा। इस दौरान विभिन्न कार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने विधानसभा अध्यक्ष का अभिनन्दन किया।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष को मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान, शाला स्वास्थ्य परीक्षण, एआई बेस्ड ओरल रीडिंग फ्लुएंसी असेसमेंट, दक्षता आधारित आकलन एवं उपचारात्मक शिक्षण, समाधान कक्ष, शाला संबलन, विद्या समीक्षा केंद्र, डिजिटल प्रवेशोत्सव कार्यक्रम, शाला दर्पण, राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल, हरियालो राजस्थान, सूर्य नमस्कार, नव चयनित स्टाफ सदस्यों की बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन, खेल प्रतियोगिता, ई पाठशाला कार्यक्रम, राज्य स्तरीय समान परीक्षा, परीक्षा पे चर्चा, मिशन स्टार्ट कार्यक्रम, एसीपी और एमएसीपी मॉड्यूल में सरलीकरण के लिए किए गए संशोधन और परीक्षा परिणाम की समीक्षा के मानदंड संबधी निर्देशों के बारे में जानकारी दी।


इस दौरान प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट, अतिरिक्त निदेशक गोपाल राम बिरदा सहित शिक्षा निदेशालय के अधिकारी मौजूद रहे।


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