भारतीय विकास परिषद, सुभाष शाखा, उदयपुर के सदस्यों ने महाराणा प्रताप की जयंती को उल्लासपूर्ण वातावरण में श्रद्धापूर्वक मनाया। राणा प्रताप नगर रेलवे स्टेशन स्थित स्मारक स्थल पर सभी सदस्य एकत्र हुए और वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर उनके साहस, स्वाभिमान और बलिदान से प्रेरणा लेने तथा आने वाली पीढ़ियों को उनके संघर्ष और आदर्शों से अवगत कराने का संकल्प भी लिया गया।
कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि सुभाष शाखा द्वारा मां जी सराय पर 150 मिट्टी के परिंदे जनसामान्य को वितरित किए गए। ये परिंदे न केवल पक्षियों के लिए जल का एक माध्यम थे, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता का प्रतीक भी बने। सचिव शोभा लाल दशोरा ने सभी उपस्थित सदस्यों का आभार व्यक्त किया और कोषाध्यक्ष निर्भय सिंह बाबेल द्वारा स्वादिष्ट अल्पाहार की व्यवस्था ने सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष श्री रणजीत लाल जैन ने सभी सदस्यों से अपना परिचय देने का आग्रह किया, जिससे परस्पर प्रेम और सहयोग की भावना प्रबल हो सके।
कार्यक्रम के दौरान एक प्रसंग और उल्लेखनीय रहा। जल संरक्षण के क्षेत्र में एक प्रेरणास्रोत के रूप में विख्यात डॉ. पी.सी. जैन का नाम जैसे ही आया, वातावरण में एक अलग ही श्रद्धा और प्रेरणा का संचार हो गया। कोई उन्हें “जल पुरुष” कहता है, तो कोई “पानी वाले बाबा”। वर्षों से वे वर्षा जल संचयन, पारंपरिक बावड़ियों और तालाबों के पुनर्जीवन में लगे हैं। ग्रामीण इलाकों में घूम-घूमकर वे लोगों को जल की महत्ता समझाते हैं। उनके कार्यों की खास बात यह है कि वे केवल जल तक सीमित नहीं रहे—नशा मुक्ति के लिए भी उन्होंने जीवन समर्पित कर रखा है। कई युवा आज उनके प्रयासों से नशे की गिरफ्त से बाहर निकल चुके हैं। यह सब सुनकर कार्यक्रम में उपस्थित जनमानस के चेहरे पर गर्व और प्रेरणा की एक नई चमक दिखाई दी। यह अवसर केवल एक श्रद्धांजलि तक सीमित नहीं रहा, बल्कि एक चेतना, एक संकल्प, और एक आंदोलन का स्वरूप ले चुका था।