मेवाड़ के वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 485वीं जयंती के उपलक्ष में भारत स्वाभिमान न्यास एवं पतंजलि योग समिति उदयपुर परिवार द्वारा सात दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस श्रृंखला के तहत आज सिटी रेलवे स्टेशन पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर जलाभिषेक किया गया और हल्दीघाटी की पावन मिट्टी से तिलक कर पुष्प माला अर्पित की गई।
हल्दीघाटी की मिट्टी को वीरता और संघर्ष का प्रतीक माना जाता है, क्योंकि यह वही धरती है जहाँ महाराणा प्रताप और मुगल सेना के बीच प्रसिद्ध हल्दीघाटी युद्ध हुआ था। कार्यक्रम में उपस्थित पर्यटकों का भी हल्दीघाटी की पवित्र मिट्टी से तिलक कर पुष्प वर्षा करके भव्य स्वागत किया गया। भारत स्वाभिमान न्यास के जिला प्रभारी मोहन सिंह शक्तावत ने बताया कि यह मिट्टी हमें इतिहास की गौरव गाथा की याद दिलाती है और महाराणा प्रताप के अदम्य साहस का प्रतीक है।
कार्यक्रम के अंतर्गत योगाचार्यों जैसे प्रीतम सिंह चुंडावत, पूरण सिंह राठौड़, योगी अशोक जैन आदि ने विभिन्न योग आसनों का प्रदर्शन किया और महाराणा प्रताप को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह करेलिया, बजरंग सेना के संस्थापक कमलेंद्र सिंह पंवार, करणी सेना के सदस्य तथा योगीजन रणवीर सिंह, नरेश पालीवाल, मनोहर सिंह, गणेश पटेल, विमला, सुरेश सिंह और कैलाश शर्मा सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामय उपस्थिति रही।
यह आयोजन महाराणा प्रताप के आदर्शों और उनके अदम्य साहस को स्मरण करने के साथ-साथ युवाओं को प्रेरित करने का भी महत्वपूर्ण माध्यम रहा। इस प्रकार, इस कार्यक्रम ने न केवल महाराणा प्रताप की जयंती को श्रद्धांजलि दी, बल्कि मेवाड़ की समृद्ध संस्कृति और विरासत को भी जीवित रखा।