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भारतीय भाषा एवं संस्कृति संगम का प्रतिनिधिमंडल दुबई एक्सपो-2020 का अवलोकन कर भारत लौटा

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07 Dec 21
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भारतीय भाषा एवं संस्कृति संगम का प्रतिनिधिमंडल दुबई एक्सपो-2020 का अवलोकन कर भारत लौटा

नई दिल्ली। भारतीय भाषा एवं संस्कृति संगम का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल दुबई एक्सपो-2020 का अवलोकन कर भारत लौट आया।प्रतिनिधिमंडल ने दुबई  आबूधाबी में राजस्थानी भाषा को संविधानिक मान्यता दिलाने में सहयोग के लिए भारतीय समुदाय में अलख जगाई।

प्रतिनिधिमंडल में जयपुर (राजस्थान) के  हेमजीत मालू एवं रजत सक्सेना तथा प्रतापगढ़ के महावीर मोदी, रायपुर(छत्तीसगढ़) के कुमेश जैन,बेंगलुरू के अजय बोहरा और विक्रम जैन शामिल थे।

प्रतिनिधिमंडल ने दुबई एक्सपो में अन्य देशों के पेवेलियन्स के साथ ही भारतीय पेवेलियन और राजस्थान पेवेलियन का अवलोकन भी किया।

भारतीय पेवेलियन में केन्द्र सरकार के प्रतिनिधि विजय कुमार ने   प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों  का स्वागत किया और उन्हें पेवेलियन का भ्रमण कराया। उन्होंने कहा कि सरकारी ख़र्चों पर तों कई प्रतिनिधिमंडल यहाँ आते हैं लेकिन निजी स्तर पर  आप लोगों का एक्स्पो  में आना एक बड़ी बात है।
इस अवसर पर  उन्होंने  राजस्थान के  समृद्ध इतिहास,कला और संस्कृति एवं संगीत के प्रोत्साहन के लिए किये जा रहे कार्यों की भूरी-भूरी सराहना की एवं वीणा समूह द्वारा प्रकाशित की जा रही मासिक पत्रिका ‘स्वर सरिता’ का अवलोकन कर इसकी सामग्री को पढ़नीय एवं संग्रहणीय बताया।

भारतीय भाषा एवं संस्कृति संगम  के अध्यक्ष कुमेश जैन और उपाध्यक्ष हेमजीत मालू ने इस मौके पर भारतीय संस्कृति, राजस्थानी भाषा एवं संस्कृति के प्रचार प्रसार पर विशेष प्रकाश डाला और वीणा समूह के अध्यक्ष के.सी.मालू  के मार्गदर्शन में किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।

दुबई एक्सपो- 2020

प्रतिनिधि मण्डल का मुख्य उद्देश्य दुबई में आयोजित ‘दुबई एक्सपो-2020‘ का अवलोकन करने के अलावा दुनिया के विभिन्न देशों की प्रगति और तकनीकी विकास के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने के साथ ही भारतीय कला-संस्कृति, साहित्य और  राजस्थानी भाषा एवं संस्कृति का प्रचार प्रसार करना था ।प्रतिनिधि मण्डल ने  विभिन्न देशों  अमेरिका, चीन,जर्मनी, ब्रिटेन, पाकिस्तान, सऊदी अरब, दुबई, नोरक्को, उज्जेबेकिस्तान, जापान, सिंगापुर, स्विटरजरलैण्ड, वियतनाम, सिकागो, कोरिया, भूटान सहित अन्य राष्ट्रों के पेवेलियन्स का अवलोकन किया। 
दुबई एक्सपो में 190 देश भाग लें रहें हैं। इस प्रकार यें देश इस भव्य और बहुत ही शानदार एवं ऐतिहासिक आयोजन के भागीदार बने हैं। एक्सपो में सबसे बडी बात यह देखने को मिली है कि बडे देशों ने एक्सपो में जहां अपनी विकास की गति को दर्शाया, वहीं छोटे देशों  में  बड़े देशों से भी अधिक उत्साह देखने को मिला। एक्सपो के  स्टालों का भ्रमण करने पर यह देखने मिला कि इन देशों ने बहुत ही सुंदर ढंग से अपने देश की कला,संस्कृति, संगीत,नृत्य,पर्यटन के साथ विभिन्न विकास कार्यों का सजीव दिग्दर्शन करने का अनूठा प्रयास किया हैं। निश्चय ही दुबई एक्सपो दुनिया के देशों को जानने एवं  तराशने में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो रहा है।साथ ही सभी का यह मानना है कि इससे दुबई की सांस्कृतिक एवं  व्यावसायिक गतिविधियों के साथ ही विकास को बल मिलेगा।

सांस्कृतिक संध्याओं ने समा बांधा

एक्सपो में प्रतिदिन सायं 7-8 बजे तक आयोजित होने वाली सांस्कृतिक संध्याओं ने समा बांध रखा हैं। यें मनमोहक कार्यक्रम दर्शकों का ध्यान बरबस ही अपनी और आकर्षित कर रहें हैं । दर्शकों को भव्य एवं  विशाल पाण्डाल में अलग-अलग देशों की विभिन्न प्रस्तुतियों से रूबरू होने का अवसर भी मिल रहा हैं। इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आकर्षक प्रस्तुतियों एवं डिजिटल साउण्ड इफेक्ट्स से दर्शक आनन्दित हो रहे हैं। 

दुबई और आबूधाबी में भारतीय समुदायों के विभिन्न लोगों से भेंट

अपनी आठ दिवसीय यात्रा में प्रतिनिधिमंडल ने दुबई एक्सपो -2020 का अवलोकन करने के साथ ही दुबई और आबूधाबी में स्थित भारतीय समुदायों के  विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों की गतिविधियों और उनके द्वारा किए जा रहें कार्यों का अध्ययन भी किया।साथ ही 
भारतीय भाषा एवं संस्कृति संगम द्वारा किए जा रहें बहु आयामी कार्यों की जानकारी दी।

डीपीएस चेयरमेन से भेंट
सदस्यों ने दुबई प्रवास के दौरान दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) के चैयरमेन दिनेश कोठारी से मुलाकात की । मालू ने उन्हें  वीणा म्यूजिक द्वारा राजस्थानी संस्कृति एवं  संगीत के प्रचार प्रसार के लिए किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। कोठारी ने भी बताया कि  डीपीएस द्वारा सयुक्त अरब अमीरात में सात  विद्यालय संचालित किये जा रहे हैं जिनमें अंग्रेजी माध्यम के दो  विद्यालय शामिल हैं ।उन्होंने बताया कि डीपीएस द्वारा पाली (राजस्थान ) में भी एक विद्यालय खोला जा रहा है।

दुबई और आबूधाबी में विभिन्न सांस्कृतिक संगठनों से की मुलाक़ात

प्रतिनिधिमंडल ने दुबई और आबूधाबी में मारवाडी युवा मंच, राजस्थान बिजनेस फोरम और राजस्थान फ़ाउण्डेशन, अन्य विभिन्न एसोसिएशंस, कई सांस्कृतिक संगठनों एवं परिषदों के पदाधिकारियों से मुलाकात की और भारतीय समुदाय के लोगों से संवाद किया तथा उनसे  राजस्थानी संस्कृति एवं साहित्य के प्रचार-प्रसार के साथ ही राजस्थानी भाषा की मान्यता के अभियान और सांस्कृतिक पुर्नजागरण अभियान  में सहयोग देने का आह्वान किया। हेमजीत मालू ने राजस्थानी भाषा की मान्यता के मुद्दे पर विशेष रुप से  चर्चा की और इस कार्य में  प्रवासी राजस्थानियों के सहयोग की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्हें भारत आकर तद्सम्बन्धित कार्यक्रमों में  सम्मिलित होने और भारत सरकार पर दवाब बनाने का आग्रह किया। आबूधाबी यात्रा में प्रवासी भारतीय आनन्द गुप्ता ने प्रतिनिधिमण्डल का भावभीना स्वागत किया एवं नगर भ्रमण कराने के साथ ही  राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए हर संभव सहयोग का भरौसा दिया।
 
राजस्थानी भाषा का अलग अलग मनोरंजन और न्यूज़ चैनल प्रारम्भ करने की आवश्यकता-डॉ.ललित के पंवार

प्रतिनिधिमण्डल ने सेवानिवृत्त वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पर्यटन विशेषज्ञ एवं कला प्रेमी ललित के पंवार से उनके  पुत्र के दुबई स्थित निवास पर जाकर मुलाकात की। इस मौके पर पंवार ने देश-विदेश में भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार करने के लिए संगीत विद्यालयों एवं नृत्य प्रशिक्षण केन्द्र प्रारम्भ करने के साथ ही राजस्थानी भाषा के अलग-अलग मनोरंजन और न्यूज़ चैनल प्रारम्भ करने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
पंवार ने वीणा समूह के अध्यक्ष के सी मालू द्वारा किये जा रहे सांस्कृतिक पुर्नजागरण के कार्यों की मुक्त कंठ से सराहना की एवं कहा कि लोकप्रिय और सुमधुर राजस्थानी संगीत को और आगे बढाने के प्रयासों को गति दी जानी चाहिए। उन्होंने वीणा प्रकाशन की मासिक पत्रिका स्वर सरिता को भारतीय संस्कृति एवं साहित्य से हर भारतीय को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण कड़ी बताया। पंवार ने दुबई एक्सपो के बारे में विस्तृत चर्चा की और भारत एवं राजस्थान के पेवेलियन की विषय वस्तु को सराहा।


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